शराब पिलाकर गमछे से गला दबाया, फिर नाले में डुबोकर दी दर्दनाक मौत; मासूम बेटे-बेटी हुए बेसहारा
लखनऊ। राजधानी में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने ही पति की हत्या के लिए कथित मामा और उसके साथी के साथ मिलकर खौफनाक साजिश रची। पति को मौत के घाट उतारने के पीछे कारण था पत्नी और मामा का अवैध संबंध। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए पत्नी मीरा, कथित मामा बसंतलाल (रायबरेली निवासी) और उसके साथी केतार (उन्नाव निवासी) को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त गमछा और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद हुई है।
क्या है पूरा मामला?
गांव का रहने वाला मजदूर रामफेर 18 सितंबर की शाम घर से निकला था। अगले दिन यानी 19 सितंबर की सुबह उसका शव गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर प्लॉटिंग साइट के पास इंदिरा नहर किनारे नाले में पड़ा मिला। उसका मोबाइल और चप्पलें गायब थीं। गले पर कसाव के निशान थे, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया। मृतक के भाई सुभाष ने हत्या की तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
सर्विलांस और सीडीआर जांच से पुलिस को अहम सुराग मिले। रामफेर की आखिरी कॉल ने पुलिस को सीधे आरोपितों तक पहुंचा दिया।
ऐसे पनपा अवैध रिश्ता
मोहनलालगंज के एसीपी ने बताया कि जांच में सामने आया कि मृतक रामफेर की पत्नी मीरा के अवैध संबंध उसके कथित मामा बसंतलाल से थे। बसंतलाल अपनी बहन के घर (जो रामफेर के घर के पास है) आता-जाता था, इसी दौरान उसकी नजदीकियां मीरा से बढ़ीं।
उधर, रामफेर शराब का आदी था और आए दिन मीरा से मारपीट करता था। इसी से परेशान होकर मीरा और बसंतलाल ने रामफेर को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
शराब पिलाकर रची साजिश
योजना के तहत 18 सितंबर की रात बसंतलाल अपने साथी केतार के साथ रामफेर को घटनास्थल पर ले गया। वहां उसे शराब पिलाई। जब रामफेर नशे में बेसुध हो गया तो बसंतलाल और उसके साथी ने मिलकर गमछे से उसका गला कस दिया। इसके बाद उसे नाले में डुबोकर मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद आरोपित मोबाइल लेकर फरार हो गए।
मीरा को घर ले जाना चाहता था मामा
पुलिस पूछताछ में बसंतलाल ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह मीरा को अपने घर ले जाना चाहता था और इसके लिए वह अपनी पत्नी तक को छोड़ने को तैयार था। जब उसकी पत्नी ने इस रिश्ते का विरोध किया तो उसने उसे यह कहकर शांत किया कि वह मीरा को भी साथ रखेगा।
वारदात के बाद देर रात बसंतलाल मीरा से मिला और सारी जानकारी दी। सुबह मीरा ने पति की गुमशुदगी का नाटक किया, जबकि उसे पूरी सच्चाई पता थी।
बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़
रामफेर के दो मासूम बच्चे – प्रियंका (13) और प्रिंस (11) – अब बेसहारा हो गए हैं। मां जेल चली गई और पिता की हत्या हो चुकी है। समाजसेवी सुभाष गुप्ता ने दोनों बच्चों की मदद का जिम्मा उठाने का संकल्प लिया है।