सबसे बड़ी गुजराती ब्लॉकबस्टर फिल्म झमकुड़ी अब हिंदी में, सिर्फ शेमारूमी पर

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मुंबई: एक श्रापित महल, रहस्यों और अंधविश्वास से घिरा परिवेश, अधूरे मकसद को पूरा करने की चाह रखने वाली डायन और कानों में गूँजते रहने वाला रैप-स्टाइल टाइटल ट्रैक, फिल्म ‘झमकुड़ी’ इन सबको साथ लेकर आती है। यह एक ऐसी सुपरनैचुरल हॉरर-कॉमेडी फिल्म है, जिसने गुजराती सिनेमा के इतिहास में अपनी खास जगह बना ली है। पिछले साल की रेकॉर्ड ब्रेकिंग ब्लॉकबस्टर अब और भी बड़े दर्शक वर्ग तक पहुँचने वाली है, क्योंकि शेमारूमी पर इस 18 सितम्बर, 2025 से इसका हिंदी वर्ल्ड डिजिटल प्रीमियर होने जा रहा है।

भारत के मशहूर डिजिटल कॉमेडी फेस विराज घेलानी ने झमकुड़ी फिल्म से गुजराती सिनेमा में डेब्यू किया है। उनके साथ हैं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मानसी पारेख, जो न सिर्फ अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित करती हैं, बल्कि उन्होंने फिल्म के रैप-स्टाइल टाइटल ट्रैक को भी अपनी आवाज़ दी है।

निर्देशक उमंग व्यास द्वारा निर्देशित झमकुड़ी लोककथाओं, सस्पेंस, हॉरर और हँसी को इस तरह पिरोती है कि इसका अनुभव और भी रहस्यमय, मजेदार और यादगार बन जाता है। इस फिल्म में ओजस रावल, संजय गोराडिया, जयेश मोरे, क्रुणाल पंडित, चेतन दैया, भाविनी जानी और अन्य कलाकारों का मजबूत अभिनय भी शामिल है, जो इसे एक कम्प्लीट एंटरटेनमेंट फिल्म बनाता है।

500 साल पुराने गोंडल पैलेस में फिल्माई गई यह कहानी अपने वास्तविक वातावरण और प्रामाणिकता से लोगों को काँपने पर मजबूर कर देती है। श्रापित गाँव रानीवाड़ा के इर्द-गिर्द घूमती यह फिल्म एक प्रतिशोधी डायन झमकुड़ी की कहानी है, जो नवरात्रि के दौरान अपना आतंक फैलाती है। लेकिन, पारंपरिक हॉरर फिल्मों से अलग, झमकुड़ी हॉरर और रोमांच के साथ-साथ जोरदार हँसी से भी दर्शकों को गुदगुदाती है, जिससे यह हॉरर-कॉमेडी उतनी ही मजेदार लगती है, जितनी यह डरावनी है।

हिंदी प्रीमियर के बारे में बात करते हुए मानसी पारेख ने कहा, “कॉमेडी हमेशा से गुजराती सिनेमा और थिएटर की आत्मा रही है। गुजराती सिनेमा में हमने हमेशा साफ-सुथरे और सादगीपूर्ण कॉमेडी कॉन्टेंट का आनंद लिया है, लेकिन हॉरर-कॉमेडी स्पेस को ज्यादा एक्सप्लोर नहीं किया था। झमकुड़ी के साथ हमने यह कदम उठाया और जिस तरह से हमें दर्शकों की प्रतिक्रिया मिली, उससे हमारा आत्मविश्वास और बढ़ गया। थिएटर में भी यह फिल्म सफल रही और हमें उम्मीद है कि शेमारूमी पर आने के बाद भी इसे लगातार प्यार मिलता रहेगा। इसलिए जब इसे हिंदी दर्शकों तक पहुँचाने का मौका मिला, तो हमें लगा कि यही सही समय है। मैं बहुत उत्साहित हूँ कि पूरे देश के दर्शक अब इस फिल्म की कॉमेडी, मस्ती और हॉरर का अनुभव कर सकेंगे।मुझे पूरा विश्वास है कि जैसे गुजराती दर्शकों ने इसे अपनाया, वैसे ही हिंदी दर्शक भी इसे जरूर पसंद करेंगे।”

विराज घेलानी ने कहा, “झमकुड़ी फिल्म हमेशा मेरे लिए खास रहेगी, क्योंकि इस फिल्म द्वारा गुजराती सिनेमा में मेरा डेब्यू हुआ है। जिस तरह से मुझे दर्शकों का प्यार मिला, वह मेरे लिए बहुत खास है। हिंदी प्रीमियर के लिए मैंने खुद अपने सीन डब किए, जो बेहद मजेदार अनुभव रहा। ऐसा लगा, मानो मैं अपने किरदार को फिर से जी रहा हूँ, लेकिन इस बार एक नए दर्शक वर्ग के लिए। मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीरीज़ का भी उतना ही आनंद लेंगे, क्योंकि चाहे आप गुजरात से हों या भारत के किसी भी हिस्से से झमकुड़ी की कहानी, हास्य और रोमांच वाकई सभी वर्ग के दर्शकों को जोड़ पा रहा है।”

हँसी, हॉरर और अलौकिक तत्वों के बेहतरीन मिश्रण के साथ, झमकुड़ी अब गुजराती सिनेमा का जादू हिंदी में इस 18 सितम्बर, 2025 से शेमारूमी पर ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुचाने के लिए तैयार है। यह हिंदी प्रीमियर शेमारूमी की उस प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, जिसके तहत वह रीजनल हिट फिल्मों को भारत के हर कोने तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं और विश्वभर के दर्शकों के लिए विविध मनोरंजन का प्रमुख केंद्र बनते जा रहे हैं।

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