आगरा 1 मार्च। ताजमहोत्सव के समापन के दिन मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री एस0 पी0 सिंह बघेल द्वारा ताज महोत्सव- 2023 के समापन की घोषणा की गई। उन्होंने सभी दुकानदारों, हस्तशिल्पियों, ताज महोत्सव में योगदान देने वाले सभी सरकारी, गैर सरकारी, आमजन सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि ये आयोजन हमारी संस्कृति के संरक्षण के साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने मोमेंटो देकर सभी संबंधित विभागों , कलाकारों, शिल्पियों को सम्मानित किया। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिल्प कला, व्यंजन एवं सम्पूर्ण संस्कृति का अद्भुत संगम ताज महोत्सव इस वर्ष पुनः एक भव्य रूप में जन समूह के समक्ष आयोजित हुआ है। देश में जी-20 आयोजन के दृष्टिगत इस वर्ष की थीम “विश्व बन्धुत्व” निर्धारित हुई। इस थीम एवं भारतीय संस्कृति पर आधारित विविध सांस्कृतिक विधाओं की प्रस्तुतियां महोत्सव परिसर में आयोजित की गयी जिसके अन्तर्गत कथक, भरतनाट्यम, शास्त्रीय उप शास्त्रीय गायन, भोजपुरी, कव्वाली, अवधी, भजन, ब्रज लोक संगीत, सुर सिंगार, तबला, पखावज वादन के साथ-साथ उड़ीसा का छाऊ नृत्य, गोटीपुआ नृत्य, पायका अखाडा, लेह लद्दाख का जिगमेट, अरुणांचल प्रदेश का पिजे पिलो बुन्देलखण्ड का राई नृत्य एवं प्रयागराज का डेढ़िया नृत्य जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को आकर्षित किया।
सूरसदन में आयोजित किये गये कवि सम्मेलन तथा मुशायरा के आयोजन भी दर्शकों / श्रोताओं के मध्य लोकप्रिय रहे ताज महोत्सव में देश के विभिन्न स्थानों के प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को भी प्रस्तुति का अवसर दिया गया। इस बार पद्मश्री कुमारी देवयानी का शास्त्रीय नृत्य, पद्मश्री सुमित्रा गुहा का शास्त्रीय गायन एवं पदमश्री अशोक चक्रधर का काव्य पाठ जैसे कार्यक्रम दर्शकों द्वारा विशेष रूप से सराहे गये। साथ ही युवा वर्ग की अभिरूचि के अनुसार बालीवुड गायन का भी समावेश किया गया जिसके अन्तर्गत बॉलीवुड गायक अमित मिश्रा, सचेत परम्परा, पवनदीप अरुनिता हर्षदीप कौर, इण्डियन ओसीयन बैंड की प्रस्तुतियां प्रमुख रूप से आकर्षण का केन्द्र रहे।
पर्यटन सवंर्धन के उद्देश्य के लिये मेले महोत्सवों के आयोजन से जहाँ एक ओर भारतीय सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण होता है वहीं देशी-विदेशी पर्यटकों के प्रतिभाग करने से देश की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होती है। साथ ही विभिन्न प्रदेशों के मध्य सौहार्द एवं सामंजस्य स्थापित करने में सहयोग प्राप्त होता है। क्योंकि देश भर के विभिन्न प्रांतों के हस्तशिल्पी अपनी-अपनी शिल्पकला का प्रदर्शन एवं बिक्री करते है, जिससे कुटीर उद्योग को भी प्रोत्साहन मिलता है।
महोत्सव में देश के कोने-कोने से पधारे शिल्पियों द्वारा अपने-अपने शिल्प का उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं बिक्री की गयी जिससे शहरवासियों के साथ-साथ ताजमहल भ्रमण पर आने वाले देशी विदेशी पर्यटक भी आकर्षक हस्तशिल्प का अवलोकन एवं कय कर सके। मेला परिसर में कुल 379 स्टॉल बनवाये गये जिनमें से 342 स्टॉल शिल्पियों को एवं शेष स्टॉल अन्य कैटगरी यथा व्यंजन, कॉमर्शियल आदि को आवंटित किए गए। देश के सांस्कृतिक विकास में सहयोग के लिये समस्त प्रतिभागियों एवं शिल्पीगणों का मैं एक बार पुन हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ तथा उनके यहाँ पधारने के लिये उन सभी का धन्यवाद करता हूँ।
महोत्सव में विभिन्न प्रांतों आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एंड कश्मीर, – पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के वाराणसी, मिर्जापुर मेरठ, भदोही, सहारनपुर आदि जनपदों के शिल्पियों ने प्रतिभाग किया। इन शिल्पियों के बेहतरीन शिल्प जैसे -आंध्र प्रदेश का सिल्क, बिहार का सिल्क एवं ड्रेस मैटीरियल, जम्मू कश्मीर का सूट एवं शाल, वाराणसी का सूट एवं साड़ी, पिलखुआ का बेडशीट, सहारनपुर का फर्नीचर, खुर्जा की पोटरी, फरीदाबाद का टेराकोटा, भदोही का कारपेट आदि ने ताज महोत्सव में आने वाले दर्शकों को आकर्षित किया।
ताज महोत्सव-2023 के वृहद स्वरूप के दृष्टिगत इस बार के महोत्सव के आयोजन शिल्पग्राम के साथ-साथ शहर के विभिन्न मंचों यथा सदर बाजार एवं सूरसदन तथा शहर में नवीन विकसित पर्यटन स्थल ‘आई लव आगरा सेल्फी प्वॉइन्ट एवं जोनल पार्क चौपाटी पर भी आयोजित किये गये जहाँ पर विभिन्न विधाओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा नाटक इत्यादि आयोजित किये गये।
महोत्सव के आयोजन में स्पॉन्सर के रूप में क्रमश: भारतीय स्टेट बैंक, ग्रीन गैस, गेल गैस, भारतीय जीवन बीमा निगम, सैन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र इण्डियन ओवरसीज बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बडौदा, टोरन्ट पावर आदि द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त मीडिया पार्टनरशिप के रूप में आकाशवाणी आगरा, रेडियो सिटी 91.9 एफ.एम. फीवर 93.7 एफ. एम., 94.5 एफ.एम. तड़का का सहयोग लिया गया।
जिलाधिकारी ने घोषणा की कि, स्थानीय लोगों एवं शिल्पियों की मांग के आधार पर महोत्सव को अगले चार दिनों के लिये बढ़ाया गया है। अतः सभी दर्शक रविवार (5 मार्च 2023 ) तक शिल्प मेले में आकर्षक हस्तशिल्प का क्रय कर सकते हैं, जिससे कि यहाँ पर आये हस्तशिल्पी भी लाभान्वित होगें। चूँकि ताज महोत्सव का आयोजन एक सम्मिलित प्रयास है जिसमें शहर के विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं का विशेष सहयोग रहता है। इनमें जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, आगरा विकास प्राधिकरण, नगर निगम,
अग्निशमन विभाग, चिकित्सा विभाग, रेलवे विभाग, डाक विभाग, उद्यान विभाग, खेल विभाग, जल संस्थान, विद्युत विभाग, टोरन्ट पावर, सूचना विभाग आदि प्रमुख हैं। इन सभी विभागों / संस्थाओं का भी ताज महोत्सव समिति कीओर से धन्यवाद दिया।
उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि इस वर्ष के महोत्सव में सर्वाधिक बिक्री के लिये पटियाला पंजाब की फुलकारी कारपेट की हस्तशिल्पी सुश्री लवली, जिनके द्वारा लगभग रू0 7.00 लाख की बिक्री की गई है उत्कृष्ट शिल्प के लिये, अलीगढ़ के आर्ट मेटल क्राफ्ट के हस्तशिल्पी श्री विजय पाल सिंह एवं उत्कृष्ट शिल्प प्रदर्शन / डिस्प्ले के लिए भागलपुर बिहार के सिल्क साड़ी के हस्तशिल्पी मौ. जहाँगीर अंसारी को सम्मानित किया गया है।इस अवसर पर आयुक्त अमित गुप्ता, पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह , जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।