मुंबई (अनिल बेदाग)। भारत में वेब 3 और ब्लॉकचेन तकनीक को जमीनी स्तर तक पहुंचाने की दिशा में शार्डियम और आईटीएम नवी मुंबई के बीच हुई साझेदारी को एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। दोनों संस्थानों के बीच हुए एमओयू का उद्देश्य न केवल ब्लॉकचेन शिक्षा को मुख्यधारा में लाना है, बल्कि महाराष्ट्र में उभरती डिजिटल तकनीकों के लिए एक मजबूत और कुशल प्रतिभा-आधार भी तैयार करना है।
इस साझेदारी के तहत वर्षभर चलने वाला एक हाइब्रिड प्रोग्राम शुरू किया जाएगा, जिसमें छात्रों को वेब 3 की बुनियादी और उन्नत अवधारणाओं से परिचित कराया जाएगा। खास बात यह है कि यह कार्यक्रम केवल सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि छात्रों को वास्तविक प्रोजेक्ट्स, प्रयोगात्मक लर्निंग और इंडस्ट्री एक्सपोजर भी मिलेगा।
कार्यक्रम के अंतर्गत टेक वर्कशॉप्स, वॉलेट ऑनबोर्डिंग, आइडिएशन स्प्रिंट्स, हैकाथॉन, लाइव प्रोजेक्ट्स और विशेषज्ञों की मेंटरशिप जैसी गतिविधियां शामिल होंगी। इससे छात्रों को तकनीक को समझने के साथ-साथ उसे व्यवहार में लागू करने का अवसर मिलेगा।
शार्डियम के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी ने इस अवसर पर कहा कि भारत में वेब 3 की अगली बड़ी लहर उन युवा इनोवेटर्स से आएगी, जो यह समझते हैं कि डीसेंट्रलाइज़्ड तकनीक वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान कैसे कर सकती है। उन्होंने कहा कि आईटीएम के साथ यह साझेदारी छात्रों को वास्तविक अनुभव, मार्गदर्शन और प्रभावशाली समाधान विकसित करने का मजबूत प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी।
गौरतलब है कि शार्डियम का ‘इंडिया ऑनचेन टूर’ पहले ही देश के 85 शहरों में 20,000 से अधिक छात्रों और पेशेवरों को ब्लॉकचेन तकनीक से जोड़ चुका है। आईटीएम के साथ शुरू की गई यह नई पहल उसी यात्रा का विस्तार मानी जा रही है, जिसमें सीखने का तरीका केवल थ्योरी तक सीमित न रहकर नवाचार और प्रयोग पर केंद्रित है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की शैक्षणिक-उद्योग साझेदारियां भारत को वैश्विक वेब 3 इकोसिस्टम में एक सशक्त पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
