बरेली। पश्चिमी यूपी में मुस्लिम युवतियां लगातार इस्लाम से नात तोड़कर हिन्दू धर्म में वापसी कर रही हैं। अब बुलंदशहर की तलाक पीड़िता शाहाना ने सनातन राह चुन ली है। अपने दो बेटों के साथ उसने सनातन धर्म अपना लिया है । शिवभक्त शारदा बनकर बरेली के प्रकाश गंगवार के साथ वैदिक रीति रिवाज से फेरे लिए हैं। घर वापसी कर शाहाना से शारदा बनी युवती बुलंदशहर में भूड़ शांति नगर की रहने वाली है। घरवालों ने पहले उसका निकाह परवेज आलम के साथ किया था। युवती ने बताया कि निकाह के बाद ससुराल में उसको लगातार परेशान किया गया। शौहर काम धंधा कुछ नहीं करता था। वह गाजियाबाद की एक फैक्ट्री में काम करती थी। इसके बाद भी उसे चैन से नहीं रहने दिया जाता था। दो बेटे अरहान और साद की मां बनने के बाद भी शौहर और ससुरालियों ने उसे परेशान करना बंद नहीं किया।
शाहाना ने विरोध में आवाज उठाई तो शौहर ने उसे तलाक दे दिया। शाहाना परेशानी में थी, तो गाजियाबाद की फैक्ट्री में उसके साथ काम करने वाले बरेली में थाना बहेड़ी क्षेत्र के मूसापुर घाट गांव निवासी प्रकाश गंगवार ने उसकी मदद की। उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई और आगे की जिंदगी साथ बिताने का फैसला कर लिया। शाहाना ने बरेली आकर हिन्दू धर्म अपना लिया और यहां के रीटानाथ मंदिर में एक दिन पहले वैदिक रीति रिवाज से प्रकाश गंगवार के साथ शादी कर ली है। शाहाना अब शारदा बन गई है। साथ बेटा अरहान का नाम रोहित और साद का रोहन रख लिया है। शारदा भगवान भोलेनाथ को अपना आराध्य मानती है।
प्रकाश गंगवार ने कहा कि वह शारदा के दोनों बेटों को पिता का प्यार देगा। वह और शारदा आठवीं तक पढ़े हैं मगर रोहित-रोहन को पढ़ाने में वह कोई कसर नहीं छोड़ेगा। प्रकाश और शारदा ने कट्टरपंथियों से खुद को खतरा बताया है। बता दें कि यूपी के अकेले बरेली जिले में ही दर्जनों मुस्लिम युवतियां पूर्व में इस्लाम से नाता तोड़कर सनातन धर्म ग्रहण कर चुकी हैं और यह सिलसिला लगातार जारी है। कहा जा रहा है कि इस्लाम में तीन तलाक, हलाला और महिलाओं पर तरह-तरह की पाबंदियों की वजह से हिन्दू धर्म में घर वापसी करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
-एजेंसी