रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। यहां तक कि उन्होंने कांग्रेस को समाप्त करने की बात तक कह दी। सिंह ने कहा कि आजादी के समय महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को समाप्त कर दिया जाए। अब जनता ने तय किया है कि महात्मा गांधी ने जो कहा था उसे पूरा किया जाए। उन्होंने सबसे पुरानी पार्टी पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया।
देश में 132 बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मौलिक अधिकारों का निलंबन कांग्रेस पार्टी के शासन के दौरान हुआ। यहां तक की चुनी गई प्रदेशों की सरकारों को अगर सबसे ज्यादा किसी ने परेशान किया है तो कांग्रेस ने किया है। अब तक अनुच्छेद 356 के तहत देश में 132 बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है. जिसमें से 90 बार कांग्रेस ने लगाया है। अकेले इंदिरा गांधी ने सरकार गिराने में आधी सदी लगा दी थी और आरोप हम पर लगा रहे हैं कि हम लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं।
सबसे बड़ी आयोजक कांग्रेस पार्टी निकली
उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि क्या हमारी सरकार ने एक भी चुनी प्रदेश की सरकार को गिराया है? एक भी ऐसी सरकार बताए। यह लोग लगातार कह रहे हैं कि हम लोग लोकतंत्र का गला घोंट कर रहे हैं।’ इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि यूपीए की 10 साल की सरकार में भ्रष्टाचार का ओलंपिक खेल खेला गया और जो सबसे बड़ी आयोजक निकली वो कांग्रेस पार्टी थी।
उन्होंने आगे कहा, ‘आजादी के समय महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को समाप्त कर देना चाहिए लेकिन कांग्रेस ने उनकी बात नहीं सुनी। इसलिए मुझे लगता है कि अब जनता ने सोचा और तय किया है कि महात्मा गांधी ने जो भी कहा था उसे पूरा किया जाए… अब हमें इस कांग्रेस को समाप्त करना होगा, मुझे लगता है कि लोग भी कांग्रेस को समाप्त करने के लिए सहमत होंगे।”
21,000 करोड़ रुपये से अधिक की रक्षा वस्तुओं का निर्यात करने में सफल रहे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘2014 में हम केवल 600 करोड़ रुपये की रक्षा वस्तुओं का निर्यात करते थे लेकिन इस बार हम 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की रक्षा वस्तुओं का निर्यात करने में सफल रहे हैं। यह हमारी पहली बड़ी उपलब्धि है। में आपको बत्ता दूं कि जल्द ही आप सभी को पता चल जाएगा कि हमारा यह आंकड़ा और आगे बढ़ने वाला है क्योंकि हमारा मतलब रक्षा वस्तुओं से है, मिसाइल हो, रक्षा हथियार हों या अन्य हथियार, टैंक हो, भारत में बनने चाहिए और भारतीयों के हाथ से बनना चाहिए ये हमारी सरकार का संकल्प है। उसी संकल्प को रक्षा मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया गया है। आज हम 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की संभावनाएं तलाश रहे हैं और में रक्षा उत्पादन के बारे में बात करना चाहता हूं। हमने रक्षा उत्पादन को एक करोड़ रुपये से अधिक का बना दिया है।’
-एजेंसी