लखनऊ। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कोडीन कफ सिरप कांड को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा और सीधा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सार्वजनिक रूप से जवाब मांगा है। अजय राय का कहना है कि सरकार एक ओर ‘सुशासन’ का ढोल पीट रही है, वहीं दूसरी ओर नशे के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों को मिल रहे कथित राजनीतिक संरक्षण के सवाल लगातार गहराते जा रहे हैं।
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अजय राय ने अपने पोस्ट में लिखा कि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों उपमुख्यमंत्रियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कानून-व्यवस्था और सुशासन का दावा किया, लेकिन उसी दिन कोडीन कफ सिरप कांड में गिरफ्तार आरोपी विभोर राणा की तस्वीरें भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ सामने आ गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन तस्वीरों में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी नजर आ रहे हैं, जो सरकार के दावों पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह मामला केवल एक गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार एक बड़े और संगठित अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े बताए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस कांड में अब तक करीब 200 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर चुकी है और जांच में नेटवर्क के बांग्लादेश तक फैले होने की जानकारी सामने आई है। इसके बावजूद सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस और स्पष्ट स्थिति सामने नहीं रखी गई है।
अजय राय ने सवाल उठाया कि जब केंद्रीय जांच एजेंसी इतनी बड़ी कार्रवाई कर चुकी है, तो मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि आखिर कफ सिरप का असली माफिया कौन है। उन्होंने पूछा कि इतने बड़े पैमाने पर अवैध नशे का कारोबार किनकी कृपा-दृष्टि से फल-फूलता रहा और क्या बिना राजनीतिक संरक्षण के यह संभव था।
उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि सरकार केवल प्रचार, बयानबाजी और प्रेस कॉन्फ्रेंस तक सीमित रह गई है, जबकि प्रदेश की जनता सच्चाई जानना चाहती है। अजय राय ने कहा कि नशे का यह अवैध कारोबार प्रदेश के युवाओं के भविष्य से जुड़ा गंभीर मुद्दा है, जिसे राजनीतिक बयानबाजी से नहीं बल्कि ईमानदार जवाबदेही और सख्त कार्रवाई से ही रोका जा सकता है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। अब सबकी निगाहें राज्य सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं कि वह इन आरोपों पर क्या रुख अपनाती है और कोडीन कफ सिरप कांड में आगे क्या ठोस कार्रवाई सामने आती है।
