आगरा का जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। जिला अस्पताल के सुर्खियों में रहने का कारण इस बार एआरवी वैक्सीनेशन विभाग बना। एआरवी वैक्सीन लगवाने के लिए आये लोगों ने जमकर हंगामा काटा। एआरवी वेक्सीनेशन में कर्मचारी तो थे लेकिन एआरवी नहीं थी। लोगों को पता चला कि स्टोर से ही एआरवी नहीं आई। दवा स्टोर का काम देख रहे फार्मासिस्ट स्टोर का ताला लगाकर चले गए। इस पर मरीजों और तीमारदारों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। जिला अस्पताल का राउंड ले रहे सीएमएस राजेंद्र अरोरा को इसकी जानकारी हुई तो वो मौके पर पहुँचे। उन्होंने लोगों को समझाया और इमरजेंसी डिपार्टमेंट से एआरवी मंगवाकर मरीजों को लगवाए।
आगरा जिला अस्पताल के एक दवा स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट डीके सक्सेना को चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग में जाना था। वह स्टोर की जिम्मेदारी किसी को नहीं देकर गए जिसके चलते एआरवी वैक्सीन स्टोर से नहीं निकल पाई और एआरवी वैक्सीन लगवाने के लिए आने वाले लोगों की भीड़ जुटने लगी। घंटे भर तक मरीजों को एआरवी नहीं लगी तो लोगों ने पूछताछ शुरू कर दी। पता चला कि स्टोर से एआरवी नही निकली है। स्टोर इंचार्ज बिना चाबी दिए चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग में चले गए है। इस जानकारी पर लोगों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
घटना की जानकारी होते ही सीएमएस राजेंद्र अरोरा मौके पर पहुँच गए। उन्होंने लोगों को समझाया और शांत किया। उन्होंने इमरजेंसी डिपार्टमेंट से एआरवी मंगवाकर मरीजों को लगवाना शुरू कर दिया। स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट की इस करतूत से सीएमएस काफी नाराज दिखाई दिए। उनका कहना था कि अगर चुनाव डयूटी में उन्हें जाना था तो स्टोर की चाबी किसी को हैंड ओवर करके जानी चाहिए थी। यह घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस सम्बंध में स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट को नोटिस जारी किया जाएगा।