सभापति, विधान परिषद -विधानसभा की पंचायती राज समिति (2022-23)की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक संपन्न
इंटरलॉकिंग ईंट की स्ट्रेंथ की कराएं जांच, अधोमानक मिलने पर हो कड़ी कार्यवाही
जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी प्रति सप्ताह एक एक ग्राम पंचायत में निरीक्षण कर स्वच्छता अभियान व विकास कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों की जवाबदेही करें सुनिश्चित
जिला पंचायत,क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायतों के लंबित ऑडिट कराने, दोषी संस्थाओं, अधिकारियों से रिकवरी करने के दिए निर्देश
जिला पंचायत आगरा द्वारा बटेश्वर में निर्मित दुकानों के आवंटन टेंडर प्रक्रिया की एक माह में जांच कर रिपोर्ट देने,तथा विभागीय ऑडिट कराने को अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत आगरा को किया निर्देशित
क्षेत्र पंचायतों,द्वारा ऑडिट हेतु रिकॉर्ड उपलब्ध न कराए जाने पर जताई नाराजगी, शीघ्र ऑडिट करा रिपोर्ट प्रेषित करने के दिए निर्देश
आगरा, 4 जुलाई। विधान परिषद -विधानसभा की पंचायतीराज समिति (2022- 23) की प्रथम उप समिति के सभापति विपिन कुमार डेविड तथा समिति के सदस्य राम अचल राजभर व डॉ. अमित सिंह चौहान तथा सदस्य विधान परिषद ओम प्रकाश एवं अनुसचिव नीरज कुमार सचान द्वारा सर्किट हाउस सभागार में वर्ष 2017 से 31 मार्च 2023 तक जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों, जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायतों में पंचायत राज की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं में आवंटित व व्यय धनराशि, कराए गए पूर्ण तथा शेष कार्य का वर्षवार विवरण तथा ऑडिट की समीक्षा की गई।
बैठक में सर्व प्रथम सभापति, पंचायतराज समिति द्वारा जिला पंचायत आगरा द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2022-23 के मध्य विभिन्न योजनाओं से प्राप्त धनराशि, कराए गए कार्य तथा अवशेष कार्यों का विवरण संबंधी रिपोर्ट की समीक्षा की तथा अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने तथा व्यय राशि का ऑडिट कराने को निर्देशित किया, सभापति महोदय द्वारा जिला पंचायत द्वारा दुकान व मार्केट बनाने, आवंटन मानक संबंधी प्रक्रिया की जानकारी की जिसमें बताया गया कि डीएम सर्किल रेट पर आवंटन राशि नियत करने तथा टेंडर प्रक्रिया की जानकारी दी गई, सभापति द्वारा बटेश्वर में दुकान आवंटन में पारदर्शिता न बरते जाने की शिकायत मिलने पर टीम बनाकर एक माह में जांच करने तथा रिपोर्ट देने के कड़े निर्देश दिए तथा दोषी पाए जाने पर रिकवरी करने को कहा। फतेहाबाद के मेवली कला में सड़क निर्माण की शिकायत को गुणवत्तापूर्ण निस्तारित करने के निर्देश दिए। तथा जिला पंचायत द्वारा विभिन्न मद में ऑडिट न कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त की।
क्षेत्र पंचायतों के ऑडिट हेतु खंड विकास अधिकारियों द्वारा संबंधित को रिकॉर्ड्स न उपलब्ध कराए जाने की शिकायत पर निर्देशित किया कि ऑडिट टीम को समस्त रिकॉर्ड उपलब्ध कराएं ऐसा न करने पर ब्याज सहित उक्त धनराशि की वसूली की जाएगी। जिला पंचायतराज विभाग द्वारा 2011-12 तथा 2012-13 की ऑडिट रिपोर्ट प्रेषित न करने पर कड़ी नाराजगी सभापति महोदय द्वारा व्यक्त की गई तथा तत्काल ऑडिट रिपोर्ट प्रेषित करने के दिशा निर्देश दिए।
बैठक में बरौली अहीर की रजरई ग्राम पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जा, एत्मादपुर की अहारन ग्राम पंचायत में विकास कार्यों हेतु आई राशि अवमुक्त न करने संबंधी शिकायतों पर भी सभापति द्वारा संज्ञान लिया गया तथा मुख्य विकास अधिकारी को कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इंटरलॉकिंग ईंट प्लांट से सप्लाई से पूर्व ईंट की स्ट्रेंथ की लैब में जांच करा के ही निर्माण किया जाए, तथा संबंधित सप्लायर से मानक का प्रमाणपत्र लिया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर प्रभावी विकास हेतु पंचायतराज विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है, व्यय की गई धनराशि का ऑडिट ससमय पूर्ण कराएं, पारदर्शिता, जवाबदेही सुनिश्चित करें, उन्होंने बताया कि कोई भी आमजन शपथपत्र पर समिति को अपनी शिकायत भेज सकता है उस पर उचित जांच करा समिति द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
सभापति महोदय द्वारा उपस्थित अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सरकार विकास कार्यों हेतु धनराशि उपलब्ध करा रही है आप अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं और विकास को जमीनी स्तर पर ले जाएं।
सप्ताह में एक दिन एक ग्रामपंचायत का निरीक्षण कर स्वच्छता तथा विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा कर संबंधित की जवाबदेही तय करें।
बैठक में जिलाधिकारी श्री नवनीत सिंह चहल, मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन, जिला पंचायत राज अधिकारी नीतेश भोंडेले, डीसी मनरेगा रामायण यादव, ऑडिट विभाग तथा सभी खंड विकास अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।