लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। अखिलेश यादव के अपना दल कमेरावादी से गठबंधन तोड़ने के ऐलान पर सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने भी अपना निर्णय साफ किया है। शुक्रवार को पल्लवी पटेल ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि तीन सीटें अभी भी हमारी प्राथमिकता पर हैं: फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी। इन्हीं सीटों पर इंडिया एलायंस के साथ हम चुनाव लड़ेंगे।
भ्रम में जी रहे हैं अखिलेश
पल्लवी पटेल ने कहा कि समाजवादी पार्टी से अलग होकर इंडिया एलायंस के अन्य दलों को इसकी जानकारी दे दी है। अभी भी बातचीत के रास्ते खुले हैं। गठबंधन नियमों के अनुसार उत्तर प्रदेश में इंडिया एलायंस के तीन प्रमुख दल कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी और अपना दल (क) हैं।
पल्लवी ने पूछा कि जब कांग्रेस और सपा की सीट तय हो गई तो फिर अपना दल (क) की क्यों नहीं। पल्लवी पटेल ने कहा कि नीतीश कुमार की तरह पार्टी की सबसे बड़ी नेता राजमाता कृष्णा पटेल को भी अनदेखा किया जा रहा है लेकिन हम इंडिया गठबंधन के साथ रहकर चुनाव लड़ेंगे। हम गठबंधन नियमों के अनुसार और PDA को मजबूत बनाने के लिए राजनीति करते हैं।
सपा प्रमुख पर जुबानी हमला करते हुए पल्लवी ने कहा कि अखिलेश यादव को लगता है कि कोई भी जाए उन्हें फर्क नहीं पड़ता तों वह भ्रम में जी रहे हैं। पल्लवी पटेल ने कहा कि अब कांग्रेस और इंडिया एलायंस के शीर्ष नेतृत्व पर हमने निर्णय छोड़ दिया है।
मैं अपना दल गठबंधन की विधायक हूं: पल्लवी
पल्लवी पटेल ने कहा कि अखिलेश यादव ने जो कहा है अपना दल उनका स्वागत करता है। हमारी शुभकामनाएं अखिलेश यादव के साथ हैं। अपना दल से अखिलेश यादव को जो उम्मीद है हम उन्हें पूरा करेंगे। अब कांग्रेस पार्टी को तय करना है कि उनको पिछड़े और दलित के नेताओं की जरूरत है कि नहीं। आलोक रंजन चुनाव हारे हैं इस बात का मुझे कोई दुख नहीं है। मैं अपना दल गठबंधन की विधायक हूं। समाजवादी पार्टी के सिंबल पर लड़ी जरूर थी, मैं कहीं से भी समाजवादी पार्टी की विधायक नहीं हूं अपना दल गठबंधन की विधायक हूं। मेरी सदस्यता छीनने के सारे अधिकार समाजवादी पार्टी के पास है। इंडिया गठबंधन घटक दलों के साथ क्या करता है यह उनकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की हर बैठक में हमारी पार्टी को आमंत्रित किया गया इसलिए हमें लगता है कि यह बात भी उन तक पहुंचेगी और वह निर्णय लेंगे। इससे पहले बुधवार को अपना दल ने एक चिट्ठी जारी कर तीनों सीटों पर दावा ठोंका था जिसके बाद बात बिगड़ती गई।
-एजेंसी