कश्मीर में आतंकवाद के लिए चंदा वसूल रहे हैं पाकिस्तानी आतंकी संगठन

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पाक‍िस्तान में आतंकवादियों द्वारा जगह-जगह जो दुकानें लगाई गई है उन पर लिखा हुआ है कि रमजान के मुबारक महीने में अपना दान दें, मुजाहिदीन ने कश्मीर और फिलिस्तीन के समर्थन में वोट दिया. एक दूसरे पोस्ट पर लिखा हुआ है कि अल्लाह की राह में देना महत्वपूर्ण है, कश्मीर और फिलिस्तीन मुहिम में अपना दान दें.

दाने-दाने अनाज के लिए तरस रहे पाकिस्तान में भारत के खिलाफ साजिश चल रही है. रमजान के पाक महीने में पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन जगह-जगह छोटी दुकान बनाकर अल्लाह के नाम पर चंदा वसूल रहे हैं. उनका मकसद है भारत के चुनावी मौसम में आतंकी तबाही मचाना है. बताया जा रहा है कि हिज़बुल प्रमुख सलाहुद्दीन सरकार की सुरक्षा में आतंकवादी संगठन के साथ बैठक कर रहा है.

मालूम हो कि अंतराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान जोर देता है कि रमजान के पाक महीने में किसी भी तरह की आतंकवादी वारदात या षड्यंत्र नहीं होना चाहिए, बावजूद इसके जगह-जगह छोटी दुकान लगाकर आतंकवादी संगठन भारत में आतंक मचाने के लिए चंदा वसूल रहे हैं.

आतंकवादियों द्वारा जगह-जगह जो दुकानें लगाई गई है उन पर लिखा हुआ है, ‘रमजान के मुबारक महीने में अपना दान दें, मुजाहिदीन ने कश्मीर और फिलिस्तीन के समर्थन में वोट दिया.’ एक दूसरे पोस्ट पर लिखा हुआ है, ‘अल्लाह की राह में देना महत्वपूर्ण है, कश्मीर और फिलिस्तीन मुहिम में अपना दान दें.’

आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन ने छोटी-छोटी दुकानों में बाकायदा घातक हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई है, ताकि दान देने वाले को यह पता लग सके कि वह जिहाद के लिए अपना दान दे रहा है. जिहाद के नाम पर यह चंदा 300 से लेकर हजारों रुपए तक में मांगा जा रहा है. दिलचस्प है कि पाकिस्तान की तमाम सरकारी एजेंसियों को भी पता है कि यह चंदा भारत में आतंक मचाने के लिए मांगा जा रहा है. इसके बावजूद पाकिस्तानी सुरक्षा या खुफियां एजेंसियां आंख बंद किये हुए है.

दूसरी तरफ भारत में होने वाले चुनाव में आतंक मचाने के लिए आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का मुखिया सैयद सलाउद्दीन अन्य आतंकवादी संगठनों के नेताओं के साथ सरकारी सुरक्षा में जाकर बाकायदा बैठकें कर रहा है. जो फोटो सामने आई है उसमें दिख रहा है कि सैयद सलाउद्दीन सरकारी सुरक्षा मिली हुई है. सरकारी गार्ड उसके पीछे बंदूक लेकर खड़ा है.

– एजेंसी

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