आगरा/मथुरा। यमुना एक्सप्रेसवे पर बीते कल शाम मथुरा के जिस कारोबारी की कार से लगभग डेढ़ करोड़ कैश और 452 ग्राम सोना बरामद हुआ था, वह आगरा से लौट रहे थे। माना जा रहा है कि यह व्यापारी आगरा से अपने माल का पेमैंट लेकर लौट रहे थे कि रास्ते में आयकर विभाग के चंगुल में फंस गये। आयकर विभाग ने गाड़ी से बरामद कैश और सोने को जब्त कर लिया है।
आयकर विभाग द्वारा कल की गई कार्रवाई में मथुरा के मांट थाने की पुलिस भी साथ थी। मांट पुलिस द्वारा आयकर विभाग के हवाले से बताया है कि यमुना एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा पर बुधवार शाम सराफा कारोबारी की कार से 1 करोड़ 49 लाख 10 हजार रुपये नकद और 452 ग्राम सोना बरामद किया गया था। बरामदगी के बाद आयकर विभाग ने उक्त राशि और सोना मांट थाने में जमा करा दिया है, और व्यापारी को दो दिन में जवाब देने का नोटिस जारी किया है।
जानकारी के अनुसार, गोविंद नगर, मथुरा निवासी सर्राफा कारोबारी दीपक खंडेलवाल दिल्ली से चांदी खरीद कर आगरा में व्यापारियों को बेचते हैं। बुधवार को वह स्विफ्ट कार (UP85 CS 5864) से दिल्ली जा रहे थे, तभी शाम 6 बजे यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा पर मांट पुलिस और आगरा आयकर अन्वेषण निदेशालय के उप निदेशक हार्दिक अग्रवाल ने संयुक्त चेकिंग में कार को रोका।
कार की तलाशी में 1.49 करोड़ नकद और 452 ग्राम सोना मिला, जिसके दस्तावेज मौके पर प्रस्तुत नहीं किए जा सके। इसके बाद बरामद नकदी और सोना मांट थाने में जमा कर दिया गया और व्यापारी को दो दिन में वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया गया है।
इस कार्रवाई में आयकर अधिकारी लोकेश उप्रेति, इंस्पेक्टर घनश्याम राठौर, संदीप गुप्ता, शिवम श्रीवास्तव और मांट थाने के प्रभारी जसबीर सिंह शामिल थे।
सूत्रों का मानना है कि यह कार्रवाई गोपनीय सूचना के आधार पर की गई थी। बड़ी मात्रा में कैश और सोने की बरामदगी ने अधिकारियों को भी चौंका दिया है।
इस बरामदगी में आयकर विभाग के अधिकारियों को यह बात हैरान कर रही है कि व्यापारी की कार से मिला कैश और सोना माल के पेमेंट का है तो यह पेमेंट कैश में क्यों किया गया। अब इसकी जानकारी तो तभी सामने आएगी जब व्यापारी दीपक खंडेलवाल आयकर विभाग में पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे।