भारत में एक और विदेशी कार कंपनी की ऑफिशियल एंट्री हो गई है और यह वियतनाम की पॉपुलर कंपनी विनफास्ट है, जिसकी इलेक्ट्रिक कारें काफी बिकती हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने तूतीकोरिन में वियतनाम के विनफास्ट समूह के इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के फर्स्ट फेज की आधारशिला रखी।
तमिलनाडु सरकार ने कहा कि विनफास्ट ग्रुप की भारतीय शाखा विनफास्ट ऑटो इंडिया लिमिटेड कुल 16,000 करोड़ रुपये (दो अरब डॉलर) के विनियोजित निवेश में से पहले चरण में 4000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। जनवरी में यहां आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में विनफास्ट ऑटो लिमिटेड ने निवेश के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया था।
तमिलनाडु स्थित तूतीकोरिन में विनफास्ट का प्लांट 380 एकड़ में लगाया जाएगा और यहां हर साल डेढ़ लाख वाहन बनाने की क्षमता होगी। इस प्रोजेक्ट के साथ तमिलनाडु भारत का ऑटो हब होने के अलावा देश की ईवी राजधानी के रूप में भी जाना जाएगा।
विनफास्ट कंपनी की फैक्ट्री की आधारशिला रखने के मौके पर तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टी. आर. बी. राजा ने कहा कि देश में बिकने वाले 70 फीसदी से ज्यादा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स और 40 फीसदी से ज्यादा इलेक्ट्रिक 4-व्हीलर्स का निर्माण तमिलनाडु में किया जा रहा है।
आपको बता दें कि विनफास्ट दुनिया के कई बड़े बाजारों में अपनी मौजूदगी दिखा रही और इलेक्ट्रिक एसयूवी सेगमेंट में अच्छे लुक-फीचर्स और जबरदस्त रेंज वाली गाड़ियां बेचती हैं। विनफास्ट की कुछ बेहद पॉपुलर इलेक्ट्रिक कारों में वीएफ8, वीएफ9, वीएफ7, वीएफ6 समेत अन्य हैं। आने वाले समय में भारतीय बाजार में भी इस कंपनी की इलेक्ट्रिक कारें दिखेंगी और इनका मुकाबला टाटा और महिंद्रा के साथ ही हुंडई, किआ और बीवाईडी जैसी कंपनियों की ईवी से होगा।
-एजेंसी