पहले एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना, फिर महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और उनकी बेटी सारा तेंदुलकर के डीपकेंक वीडियो ने बवाल मचा दिया था। अब डिजिटल स्कैमर्स विराट कोहली के एक वीडियो का इस्तेमाल करके डीपफेक तकनीक से फर्जी विज्ञापन बना रहे हैं। विज्ञापन में एक सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा दिया गया है, जिसमें झूठा दावा किया जाता है कि कोहली छोटे निवेश से अधिक रिटर्न का समर्थन करते हैं।
विराट कोहली का हिंदी और इंग्लिश में बोलते अलग-अलग फेंक विज्ञापन
सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका यह वीडियो कोहली को हिंदी में बोलते हुए और सट्टेबाजी ऐप को सपोर्ट करते हुए दिखाता है। वीडियो को और भी प्रामाणिक दिखाने के लिए क्रिएटर्स ने फुटेज में एक जाने-माने टीवी पत्रकार को शामिल किया है। इससे ऐसा लग रहा है कि विज्ञापन एक लाइव न्यूज सेगमेंट का हिस्सा है। विज्ञापन में दावा किया गया है कि कोहली ने कम से कम निवेश के माध्यम से बड़ी कमाई की है, जो दर्शकों को आसान पैसे कमाने के वादे के साथ आकर्षित करता है।
एआई के जरिए विराट कोहली का वीडियो और आवाज
स्कैमर्स ने कोहली के एक इंटरव्यू क्लिप को बदलने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया, उनकी असली आवाज को एक गढ़ी हुई आवाज से बदल दिया। इससे यह भ्रम पैदा हुआ कि वह ऑनलाइन गेम का समर्थन कर रहे थे। कोहली ने कभी भी ऐसे खेलों का समर्थन नहीं किया, लेकिन डीपफेंक वीडियो में इसका उल्टा दिखाया गया है।
महान सचिन तेंदुलकर हो गए थे खफा
एक अन्य डीपफेक वीडियो में कोहली को अंग्रेजी में रुक-रुक कर अमेरिकी लहजे के साथ बोलते देखा जा सकता है। इस वीडियो में क्रिकेटर के साथ जुआ ऐप पेश करने वाले एक न्यूज एंकर का डीपफेक भी है। यह घटना सार्वजनिक हस्तियों के दुरुपयोग के चलन का अनुसरण करती है। इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने एक फर्जी वीडियो को सबसे सामने लाया था। उस वीडियो में उन्होंने अपनी बेटी के एक गेम खेलने के बारे में बात की थी।
उन्होंने लिखा था- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को शिकायतों के प्रति सतर्क और उत्तरदायी होने की आवश्यकता है। गलत सूचना और डीपफेक के प्रसार को रोकने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए। बॉलीवुड अभिनेत्री रश्मिका मंदाना, जो एनिमल सहित कई बड़ी फिल्मों में काम कर चुकी हैं, भी डीपफेक का शिकार हो गई थीं। वीडियो में उनका चेहरा किसी और पर लगाया गया था।
-एजेंसी