उत्तर प्रदेश के जिला बहराइच के बाद अब कानपुर में भी भेड़ियों के आतंक से लोगो में दहशत का महौल है। कानपुर में आदमखोर भेड़िये ने तीन लोगो पर हमला करके घायल कर दिया। वन विभाग की टीमें भेड़ियों को पकड़ने के लिए तलाश में है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कानपुर के नरवल थाना क्षेत्र के सेमरुआ और बेहटा सकत सहित अन्य गांवों में भेड़िया के हमले से तीन लोग को गंभीर रुप से घायल हो गए। जिसके बाद बुधवार को वन विभाग की टीम ने खेतों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन भेड़िया का पता नहीं चल सका। जिसके बाद वन विभाग की टीम शाम को वापस लौट गई। वहीं भेड़िया के आतंक से आसपास के कई गांव के लोग दहशत में हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नरवल क्षेत्र में मंगलवार देर शाम सेमरुआ गांव के रहने वाले जगरूप के दस वर्षीय बेटे शानू व खेतों में काम कर रहे अमर सिंह के बेटे राम बहादुर पर भेड़िया ने हमला कर दिया। इसके अलावा बेहटा सकत निवासी रामकिशोर (50) वर्षीय पर भेड़िये ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया।
भेड़िये के हमले की जानकारी मिलने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। जंगली जानवर के हमले की दहशत से रोशनपुर, खवाजगीपुर, मंधना, बांबी, गढ़ी गांवों के किसान खेतों पर नहीं जा रहे हैं। घायलों का उपचार कराया गया है। वहीं बुधवार को वन विभाग की टीम गांवों में पहुंच कर घायलों से मुलाकात कर भेड़िया की तलाश में जुट गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वन विभाग के डिप्टी रेंजर अनिल सिंह तोमर का कहना है कि इस मामले की जानकारी प्राप्त हुई। वन विभाग की एक टीम को गांवों में भेजा गया। टीम ने घायल लोगों से मुलाकात कर जानकारी ली गई, जिसमें बताया गया कि जंगली जानवर भेड़िया है। जो पांडु नदी के जंगलों से भटक कर खेतों की तरफ आ गया है। टीम ने खेतों में जाकर तलाश की, लेकिन भेड़िया मिल नहीं पाया है। टीम फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
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