अब हेज फंड के जरिए करोड़ों की हेराफेरी में फंसी बायजूस

Business

नई द‍िल्ली। बीते कुछ महीनों से लगातार विवादों में घिरी बायजूस एजुकेशन स्टार्टअप से यूनिकॉर्न बनी मगर बायजूस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. अब कंपनी पर निवेशकों ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने अमेरिका हेज फंड के जरिए 53.3 करोड़ डॉलर (करीब 4420 करोड़ रुपए) की हेराफेरी की है.

इसी के साथ कंपनी ने 20 करोड़ डॉलर के राइट्स इश्यू पर रोक लगाने की अपील भी की गई है. इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण यानी एनसीएलटी ने निवेशकों की इस याचिका पर बायजू को तीन दिन के भीतर लिखित जवाब देने को कहा और अपना आदेश सुरक्षित रख लिया.

बंद होने वाला है राइट्स इश्यू

बायजूस का संचालन करने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न (टीएंडएल) की तरफ से लाया गया राइट्स इश्यू बुधवार को बंद होने वाला है. राइट्स इश्यू को आगे बढ़ाने को लेकर दोनों ही पक्षों ने अपनी दलीलें पेश कीं. बायजू ने एनसीएलटी की बेंगलुरु पीठ में अपने चार शेयरधारकों द्वारा लगाए गए आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की. लेकिन उसके करीबी सूत्रों ने कहा कि एनसीएलटी द्वारा रोक न लगाए जाने पर राइट्स इश्यू पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को यानी आज बंद हो जाएगा.

क्या है निवेशकों की दिक्कत

दरअसल कंपनी के निवेशक कंपनी के मौजूदा प्रबंधन को कुप्रबंधन और कदाचार के जरिये उद्यम मूल्यांकन में भारी गिरावट के लिए जिम्मेदार बताया है. इन निवेशकों ने दलील दी कि राइट्स इश्यू केवल तभी लाया जा सकता है जब कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाई जाए और मौजूदा शेयरधारक आवेदन कर नए शेयर प्राप्त करें. कंपनी के कुछ शेयरधारकों ने 23 फरवरी को एक को ईजीएम बुलाई थी जिसमें बायजू के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी बायजू रवींद्रन और उनके परिवार को निदेशक मंडल से हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था.हालांकि, रवींद्रन ने इस बैठक को अमान्य बताते हुए कहा था कि ईजीएम का निर्धारित कोटा नहीं पूरा किया गया था.

– एजेंसी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *