नीतीश कुमार ने 9वीं बार ली बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ, 8 विधायक मंत्री बने

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नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसमें बीजेपी, जेडीयू और हम पार्टी के 8 विधायक मंत्री बने। कहा जाता है कि बिहार में कास्ट बड़ा फैक्टर होता है। तो ऐसे में ये जान लेना जरूरी है कि आखिर जाति के हिसाब से नीतीश कुमार ने किस तरह से कैलकुलेशन किया है।

विजय चौधरी

विजय कुमार चौधरी 1982 से बिहार विधान सभा के सदस्य रहे हैं। फिलहाल जनता दल (यूनाइटेड) में हैं और भूमिहार जाति से ताल्लुक रखते हैं। फिलहाल समस्तीपुर के सरायरंजन से विधायक हैं।

प्रेम कुमार

बीजेपी की ओर से गया टाउन विधानसभा क्षेत्र से आठ बार निर्वाचित प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के सदस्य हैं। चंद्रवंशी (कहार) जाति से संबंध रखते हैं जो कि एक पिछड़ी जाति है। इसे अनुसूचित जाति में शामिल करने की ये मांग करते रहते हैं।

विजेंद्र प्रसाद यादव

विजेंद्र प्रसाद यादव जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य हैं। वर्तमान में बिहार विधान सभा के सदस्य हैं। 1990 से सुपौल के निवर्तमान प्रतिनिधि रहे हैं। बिहार की सबसे बड़ी जाति यादव से ताल्लुक रखते हैं।

नीतीश कुमार

9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार खुद कुर्मी जाति से आते हैं। बिहार में बीते साल हुए जातीय जनगणना के अनुसार कुर्मी जाति की हिस्सेदारी 2.87 प्रतिशत के करीब है। बिहार में कुर्मी जाति की कुल जनसंख्या 37 लाख 62 हजार 969 है।

विजय सिन्हा

भारतीय जनता पार्टी की ओर से डिप्टी सीएम बना गए विजय सिन्हा भूमिहार जाति से आते हैं। बिहार में भूमिहार जाति करीब 2.86 प्रतिशत के करीब है। सवर्णों में जाति भमिहार बिहार की सबसे गरीब जाति है।

सम्राट चौधरी

बिहार की जातीय राजनीति में भाजपा के लिए अहम सम्राट चौधरी काफी अहम है। सम्राट चौधरी कुशवाहा (कोइरी) जाति से ताल्लुक रखते हैं। बिहार में इस जाति का आधार करीब 4.2 प्रतिशत है।

इसके अलावा मंत्री के तौर पर श्रवण कुमार, संतोष कुमार सुमन तथा सुमीत सिंह ने भी शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए के घटक दल के सभी नेता मौजूद रहे जिनमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, पशुपति पारस, जीतन राम मांझी शामिल हैं।

-एजेंसी

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