तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई, घाटों पर तैनात कर्मचारी कर रहे चौकसी
आगरा। यमुना नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए नगर निगम प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। संभावित खतरे को भांपते हुए निगम ने पहले से तैयारी शुरू कर दी है। बाढ़ संभावित 14 स्थान पर नदी के जलस्तर की सतत निगरानी की जा रही है। नोडल अधिकारियों तैनात कर पर्यवेक्षण के लिए सफाई नायकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। निगरानी के लिए तैनात सफाई मित्रों की शिफ्ट वाइज ड्यूटी लगा दी गई है।
यमुना किनारे स्थित प्रमुख घाटों हाथी घाट, बल्केश्वर और दशहरा घाट पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर जलस्तर पर पैनी नजर रखी जा रही है।
तैनात कर्मचारी हर घंटे यमुना के जलस्तर की जानकारी नगर निगम के कंट्रोल रूम को भेज रहे हैं। वहीं, मुख्यालय में बैठे निगम के अधिकारी भी कंट्रोल रूम से स्थिति की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अपर नगर आयुक्त शिशिर कुमार ने बताया कि घाटों पर दो-दो कर्मचारियों को शिफ्ट वाइज तैनात किया गया है, जो सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक यमुना के जलस्तर पर नजर रख रहे हैं।
उन्होंने बताया कि निर्माण विभाग के अभियंता को भी आपात स्थिति में तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, यमुना का जलस्तर बढ़ने पर नालों के बैक मारने से उत्पन्न होने वाली किसी भी अप्रिय स्थिति से बचाव के लिए पहले से सैंड बैग तैयार कर लिए गए हैं।
बाढ़ संभावित क्षेत्र ——
नगला बूढ़ी,अमर विहार दयालबाग, बल्केश्वर जसवंत की छतरी सरस्वती नगर, जीवनी मंडी कृष्णा कॉलोनी, बेलागंज सक्सेरिया वाली गली, यमुना किनारा रोड वेदांत मंदिर से आगरा फोर्ट तक, स्टेसी ब्रिज छत्ता बाजार, कछपुरा नागला देवजीत मारवाड़ी वस्ती, मोती महल, यमुना ब्रिज कॉलोनी कटरा बड़ी वजीर खान रामबाग बस्ती अप्सरा टॉकीज, भगवती बाग,राधा विहार, केके नगर शोभा नगर और जगदंबा कालेज के आसपास यमुना का पानी भर सकता है।
शेल्टर होम रेडी किये गये —-
नगर निगम प्रशासन ने अपने सभी शेल्टर होम को रेडी कर दिया है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए यहां पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं। एस एफआई एपीडेमिक को कंजरवेंसी स्टोर में संक्रामक रोग नियंत्रण संबंधी दवाओं का पर्याप्त स्टोर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं । बाढ़ की स्थिति में पर्याप्त वाहनों और पानी निकासी के लिए पंप तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।