——पुराने टायर और कबाड़ में पनप रहा डेंगू-चिकनगुनिया
—— नगर निगम की टीमें कर रहीं हैं लोगों को जागरूक
—— नगर निगम प्रशासन कबाड़ियों के खिलाफ चलाएगा अभियान
आगरा। संचारी रोग नियंत्रण माह के तहत नगर निगम अब कबाड़ की दुकानों पर विशेष निगरानी रख रहा है। निगम को लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कबाड़ में पड़े पुराने टायर, बेकार बर्तन, प्लास्टिक की टंकियां और अन्य फेंकी गई वस्तुओं में बारिश का पानी भरने से मच्छरों का प्रजनन हो रहा है। यह हालात डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसे जानलेवा रोगों के लिए अनुकूल वातावरण बना रहे हैं।
नगर निगम प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कबाड़ व्यापारियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। टीमें न सिर्फ निरीक्षण कर रही हैं, बल्कि लोगों को मच्छरों से बचाव और सावधानियों को लेकर जागरूक भी कर रही हैं।
—-नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा की चेतावनी—-
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा ने कहा है कि कबाड़ी बाजारों में सबसे ज्यादा खतरा पुराने टायरों से होता है, जिनमें पानी जमा होते ही मच्छर तेजी से पनपते हैं। हमने सभी जोन में टीमों को निर्देश दिए हैं कि पहली बार दुकानदारों को चेतावनी दें, लेकिन यदि दोबारा लापरवाही पाई गई तो अर्थदंड और दुकान सील की कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों और दुकानों के आसपास भी किसी प्रकार का बेकार सामान या टायर न रखें जिनमें पानी जमा हो सकता है।
—जागरूकता के साथ कार्रवाई भी—–
नगर निगम की रैपिड रिस्पॉन्स टीमें विभिन्न वार्डों में न सिर्फ निरीक्षण कर रही हैं, बल्कि नागरिकों को सतर्क भी कर रही हैं कि कबाड़ और बेकार चीजें कैसे मच्छरों का घर बनती हैं। माइकिंग के ज़रिए जानकारी दी जा रही है और फॉगिंग/एंटी लार्वा स्प्रे अभियान भी चलाया जा रहा है।
अब तक शहर में 25 से अधिक कबाड़ी दुकानों को नोटिस जारी किए गए हैं और कई स्थानों पर लार्वा मिलने पर तत्काल कार्रवाई की गई है।
—जनसहयोग जरूरी—–
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घर, छत, आंगन और आसपास की खुली जगहों पर जलभराव न होने दें। किसी स्थान पर कबाड़ या टायरों में पानी जमा दिखे तो तुरंत नगर निगम हेल्पलाइन या संबंधित वार्ड कार्यालय को सूचित करें।