बाह तहसील में कार्य बहिष्कार के दौरान नारेबाजी करते लेखपाल।
-कई जिलों में लेखपालों को रिश्वतखोरी में गिरफ्तारी पर प्रदेश भर में लेखपालों ने दो बजे तक किया कार्य बहिष्कार
आगरा, 4 जनवरी। हाल ही में लखनऊ, गाजीपुर और महाराजगंज सहित प्रदेश के अन्य जिलों में एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपालों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किए जाने की घटना के विरोध में यूपी लेखपाल संघ के आह्वान पर आज प्रदेश भर में सभी तहसीलों में लेखपालों ने दो बजे तक कार्य बहिष्कार किया। इसका नतीजा यह हुआ कि शनिवार को होने वाला समाधान दिवस बगैर समाधान के गुजर गया। लेखपालों के काम पर न होने के कारण राजस्व से संबंधित शिकायतों का निस्तारण नहीं हो सका।
लेखपाल संघ का कहना है कि उनका कार्यक्षेत्र फील्ड होता है। राजस्व विवादों का निस्तारण भी उनकी रिपोर्ट पर होता है। ऐसे में जिस पक्ष के हक में फैसला नहीं होता, वह उनका विरोधी हो जाता है और आरोप लगाने लगता है। कई बार तो ऐसे लोग एंटी करप्शन विभाग से साठगांठ कर उनको जबरन गिरफ्तार करा देते हैं।
संघ की मांग है कि बिना जांच पड़ताल के किसी भी लेखपाल के विरुद्ध एंटी करप्शन विभाग या पुलिस कार्रवाई न करे। इसी को लेकर आज प्रदेश भर की सभी तहसीलों में लेखपालों ने सुबह दस से दो बजे तक कार्य बहिष्कार किया। साथ ही सभी तहसीलों में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया।
आज तहसीलों में समाधान दिवस भी हुए पर लेखपालों द्वारा कार्य बहिष्कार करने के कारण फरियाद लेकर पहुंचे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। बाह तहसील में आयोजित समाधान दिवस में भी राजस्व संबंधी कोई समस्या हल नहीं हो सकी क्योंकि राजस्व रिकार्ड के साथ लेखपाल वहां मौजूद ही नहीं थे।