एल एस बघेल, आगरा, 1 सितंबर। एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रहे प्रदेशीय सब-जूनियर फुटबाल कैंप पर मेडिकल का साया छाया हुआ है। इंडियन फुटबाल फेडरेशन के निर्देशानुसार इस कैंप में केवल 13.5 साल तक के बच्चों को चयनित कर प्रशिक्षण दिया जाना है। जबकि तमाम बच्चे मेडिकल में ओवरएज निकल रहे हैं। जिस कारण उन्हें कैंप से बाहर करना पड़ रहा है।दो दिन पहले ही मेडिकल के आधार पर बीस बच्चों को कैंप से बाहर किया गया है। इसके पश्चात आज सैफई स्पोर्ट्स कालेज से कुछ और बच्चे बुलाये गये हैं। इनका भी कल मेडिकल कराया जाएगा।चयनित टीम उत्तर प्रदेश की टीम नेशनल फुटबाल प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। यह सब-जूनियर नेशनल फुटबाल प्रतियोगिता बेंगलूरू में इसी माह होगी।
ज्ञातव्य है कि प्रदेशीय सब-जूनियर फुटबाल टीम के लिये लगभग 50 बच्चे आगरा के एकलव्य स्टेडियम में 21 अगस्त से चल रहे फुटबाल कैंप में हिस्सा ले रहे हैं। यह शिविर 10 सितंबर तक चलेगा। जिला फुटबाल संघ के सचिव सुरेंद्र पाल सिंह उर्फ बिल्लू चौहान के अनुसार चयनित टीम 10 सितंर की शाम को कर्नाटक एक्सप्रेस से बेंगलूरू के लिये रवाना होगी। खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित फुटबाल कैंप में प्रशिक्षण फेडरेशन के कोच राजीव रंजन सिंह और बस्ती के उपक्रीड़ाधिकारी प्रमोद जायसवाल दे रहे हैं। पूरे दस दिन बीत जाने के बाद भी प्रशिक्षुओं का चयन नहीं हो पा रहा है। कल ही बीस बच्चे निकल गये। आज फिर सैफई से बच्चे आये हैं। इनका दो सितंबर को मेडिकल होगा। उसमें साढ़े तेरह साल तक के ही बच्चों का चयन किया जाना है। हालांकि आज तो कैंप में 50 बच्चे हो गये हैं। इनममें से 30 का चयन कर कोचिंग दी जाएगी। तत्पश्चात 22 खिलाड़ियों का चयन कर बेंगलूरू के लिये रवाना किया जाएगा।
फिलहाल दस सितंबर तक चयनित बच्चों को कोचिंग दी जाएगी। शुरू के दस दिन तो इसी उहापोह में निकल गये कि कौन खिलाड़ी टीम के लिये चयनित हो पाएंगे। इन बच्चों को सुबह 6.30 बजे से 9 बजे तक तथा शाम को 4 से 6.30 बजे तक कोचिंग दी जा रही है। दो मुख्य प्रशिक्षकों को स्थानीय संविदा प्रशिक्षक योगेश कुमार व्यवस्थाओं में सहयोग दे रहे हैं। वहीं जिला फुटबाल संघ के सचिव बिल्लू चौहान लगातार कैंप का निरीक्षण कर रहे हैं। श्री चौहान का कहना है कि नेशनल फुटबाल फेडरेशन के सख्त आदेश हैं कि सब-जूनियर फुटबाल टीम में साढ़े तेरह साल तक के ही बच्चों को चयनित किया जाना है। वैसे यह अच्छा ही है कि प्रतियोगिता में ज्यादा उम्र के बच्चे नहीं खेल पाएंगे।