जून में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी गई है। रोहित शर्मा की अगुवाई में चयनकर्ताओं ने बिना कोई जोखिम लिए अनुभवी खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है। हालांकि, इसके बावजूद टीम में कई ऐसी चीजें हैं जो चिंताजनक है। रोहित शर्मा को अमेरिका और वेस्टइंडीज की धरती पर खेले जाने वाले टी20 विश्व कप में चुनौतियों से पार पाना आसान नहीं होगा। इसके साथ ही कुछ खिलाड़ियों के चयन पर भी सवाल उठे हैं। केएल राहुल की स्क्वाड में शामिल नहीं किया जाना सवालों के धेरे में हैं जबकि उनका स्ट्राइक रेट ऋषभ पंत से बेहतर है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है विश्व कप के लिए टीम इंडिया की ताकत और कमजोरी।
भारतीय टीम का स्ट्रेंथ
विश्व कप के लिए टीम की स्ट्रेंथ की बात करें तो स्क्वाड में जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी हैं। बुमराह मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। इसके अलावा कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी की वापसी हुई है।
वहीं सूर्यकुमार यादव चोट से उबरकर वापस आ गए हैं, जबकि विराट कोहली शानदार फॉर्म में हैं। विराट इस माईपीएल सीजन में 500 से अधिक रन बना चुके हैं। इन सबके साथ रोहित शर्मा एक शांत और सक्षम कप्तान हैं। ओपनिंग में अगर उनका बल्ला चला तो फिर गेंदबाजों की खैर नहीं है। टी20 विश्व कप में टीम इंडिया के लिए ये प्लेयर सबसे बड़ी ताकत बनने वाले हैं।
क्या है टीम की कमजोरी
टीम की स्ट्रेंथ के बाद अब बात करते हैं कमजोरी की। भारतीय टीम एक अच्छे ऑलराउंडर की कमी से जूझ रही है। टीम के पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो अचानक मैच का रुख बदल सकते हो। टीम में एकमात्र तेज गेंदबाज ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या है जिन्हें उप कप्तान बनाया गया है, लेकिन उन्हें मौजूदा फॉर्म के हिसाब से नहीं, बल्कि पिछले प्रदर्शन के आधार पर टीम चुना गया है। मध्यक्रम में टीम के पास ऐसे खिलाड़ियों की कमी साफ दिख रही है जो तेजी से रन बनाने में सक्षम ही।
इसके अलावा मोहम्मद सिराज लय में नहीं दिख रहे हैं। अर्शदीप सिंह कई बार रन लुटा देते हैं। खासकर आखिरी जोवरों में वह बहुत महंगे रहे हैं। यही कारण है पोटिल मोहम्मद शमी की कमी टीम को खलने वाली है। इतना ही नहीं, टीम में ज्यादातर खिलाड़ी फील्टिंग भी औसत दर्जे की है।
रोहित का फॉर्म है चिंता का विषय
आईपीएल 2024 में रोहित शर्मा ने बेशक एक शतक लगाया है, लेकिन इसके बावजूद वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए दिख रहे हैं। टीम में आखिर तक बल्लेबाजी करने वाले खिलाडियों की कमी है। शीर्ष क्रम काफी हद तक उन टीमों के समान है जो पिछले दो टी20 विश्व कप जीतने में नाकाम रहीं। निचले क्रम के बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना पाएंगे। शीर्ष क्रम में गेंद का सामना करने वाले खिलाडी अगर जल्दी आउट हो जाते हैं तो निचले क्रम पर दबाव बह जाएगा।
-एजेंसी