एक म्यूज़िकल थिएटर प्रोग्राम के लिए हिलेरी क्लिंटन के साथ साझेदारी पर घिरीं नोबेल विजेता मलाला यूसुफ़ज़ई ने इसराइल की निंदा करते हुए ग़ज़ा के प्रति अपने समर्थन को दोहराया है.
दरअसल, अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ एक इवेंट में हिस्सा लेने के लिए मलाला यूसुफ़ज़ई की उनके देश पाकिस्तान में ख़ूब आलोचना हो रही थी. हिलेरी क्लिंटन हमास के ख़िलाफ़ इसराइल की जंग की खुली समर्थक रही हैं.
इस म्यूज़िकल कार्यक्रम का शीर्षक ‘सफ़्स’ था, जिसमें अमेरिकी महिलाओं द्वारा 20वीं सदी में मताधिकार के लिए चलाए गए उनके आंदोलन को दिखाया गया है. बीते सप्ताह से ये अमेरिका के न्यूयॉर्क में दिखाया जा रहा है.
आलोचना के बाद मलाला यूसुफ़ज़ई ने एक्स पर एक बयान जारी किया.
उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि ग़ज़ा के लोगों के प्रति मेरे समर्थन के बारे में कोई भ्रम न रहे. ये समझने के लिए कि संघर्षविराम तत्काल ज़रूरी है हमें और शव, बमबारी की ज़द में आए स्कूल और भूख से तड़पते बच्चों को नहीं देखना.”
उन्होंने कहा, “मैं अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन करने और युद्ध अपराधों के लिए इसराइली सरकार की निंदा करती हूं और करती रहूंगी.”
पाकिस्तान की जानी-मानी पत्रकार मेहर तरार ने एक्स पर लिखा, “हिलेरी क्लिंटन- जो फ़लस्तीनियों के नरसंहार को समर्थन देती रही हैं- के साथ मिलकर यूसुफ़ज़ई का थिएटर करना, एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के तौर पर उनकी विश्वसनीयता के लिए बड़ा धक्का है. मैं इसे बेहद दुःखद मानती हूं.”
वहीं पाकिस्तानी लेखक निदा किरमानी ने कहा कि क्लिंटन के साथ साझेदारी करने का यूसुफ़ज़ई का फ़ैसला न सिर्फ़ दिमाग खराब करने वाला है बल्कि इससे दिल भी टूटा है. उन्होंने इसे बेहद निराशाजनक बताया.
-एजेंसी