8452 लोगों की स्क्रीनिंग करने पर 465 संदिग्ध मिले, 344 के बलगम का सैम्पल लिया गया
आगरा, 15 फरवरी। जनपद में बुधवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। इस बीच टीबी और कुष्ठ रोग को लेकर जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान 8452 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। 465 लोग संदिग्ध मिले हैं। जिसमें 344 संदिग्ध के बलगम का सैम्पल लिया गया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एकीकृत निक्षय दिवस पूरे जिले में मनाया गया। सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, नगरीय स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पतालों में निक्षय दिवस पर विभिन्न रोगों से बचाव के बारे में जागरुक किया गया। रोगियों को चिन्हित कर उन्हें उपचार परामर्श और जांच के बाद दवाओं का वितरण किया गया।
एसएन मेडिकल कॉलेज के क्षय रोग व वक्ष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने कुष्ठ रोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्व से ही आशा द्वारा घर-घर भ्रमण कर समुदाय से संवाद कायम कर जागरूक कर रही हैं। जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद कुमार यादव ने बताया कि आशा भ्रमण के दौरान संभावित मरीजों को चिन्हित तथा सूचीबद्ध कर अस्पतालों तक लेकर आई, जिसका टीबी स्क्रीनिंग के बाद बलगम का नमूना लिया गया। जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह बताया कि क्षय रोगियों को उपचार के साथ-साथ 500 पोषण भत्ता भी मिलता है। रोगियों की जांच व उपचार के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं भी प्रयासरत हैं।
नगरीय स्वास्थ्य केंद्र लोहा मंडी प्रथम में बुधवार को आयोजित निक्षय दिवस पर लोगों को कुष्ठ रोग और टीबी रोग के प्रति जागरुक किया गया। टीबी के मरीजों व उनके आसपास के लोगों की स्क्रीनिंग की गई। लोगों से टीबी रोग से बचने के लिए प्रेरित करने और मास्क लगाने पर जोर दिया गया।
एमडीआर मरीजों को कर रहे प्रेरित
नगरीय स्वास्थ्य केंद्र लोहा मंडी में एकीकृत निक्षय दिवस पर टीबी हेल्थ विजिटर राकेश कुमार ने सराहनीय भूमिका अदा की। उन्होंने एमडीआर मरीजों के आसपास के लोगों से संवाद कायम किया। उन्हें जांच के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्हें सेंटर पर ले जाकर स्क्रीनिंग कराई। नौबस्ता निवासी 18 वर्षीय टीबी मरीज गुड्डू (बदला हुआ नाम) के परिवार के सदस्य स्क्रीनिंग के लिए नहीं पहुंचे। राकेश कुमार ने परिवार के लोगों से बात की। उन्हें प्रेरित कर सेंटर पर लाकर स्क्रीनिंग कराई हे। असपास के लोगों को टीबी के जानकारी दी।संभावित टीबी मरीज मोनिका (बदला हुआ नाम) ने बताया कि मेरे भाई को एक माह पहले टीबी हो गई थी। भाई का इलाज चल रहा है, लेकिन डॉक्टर साहब ने हमारी और परिवार के अन्य सदस्यों की जांच भी की।