नई दिल्ली। भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया ब्रिसबेन टेस्ट बारिश के चलते ड्रॉ घोषित कर दिया गया है। मुकाबला ड्रॉ घोषित किए जाने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने बताया कि वो इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का फैसला ले रहे हैं। उन्होंने अपने इंटरनेशल करियर में 700 से अधिक विकेट लिए। अश्विन के संन्यास लेने की अटकलें पहले ही आने लगी थीं। उन्हें गाबा टेस्ट रद्द किए जाने से पहले विराट कोहली से भी काफी देर तक बात करते देखा गया।
अश्विन ने अपनी रिटायरमेंट का एलान करते हुए कहा कि यह इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में मेरा आखिरी दिन है। मुझे महसूस होता है कि मेरे अंदर अब भी एक क्रिकेटर के अंश बाकी हैं लेकिन मेरी वो स्किल्स अब क्लब-लेवल क्रिकेट में देखने को मिलेंगी। यह भारतीय क्रिकेट टीम में मेरा आखिरी दिन है और मुझे इस लंबे सफर में बहुत मजा आया। मैंने रोहित शर्मा और अन्य सभी साथियों के साथ अच्छी यादें साझा कीं।
आर अश्विन ने साल 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 मैच खेलते हुए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। उन्होंने एक महान गेंदबाज के रूप में विरासत कायम की है। अपने इंटरनेशनल करियर में उन्होंने 287 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। एक गेंदबाज के तौर पर उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 765 विकेट लिए। वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज रहे। कुंबले ने अपने करियर में तीनों फॉर्मेट में मिलाकर 956 विकेट लिए थे।
अश्विन ने एक ऑलराउंडर के तौर पर भी पहचान बनाई। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में छह शतक और 14 फिफ्टी समेत 3,503 रन बनाए। उन्हें खासतौर पर एक टेस्ट लीजेंड के रूप में पहचाना जाएगा। अश्विन का ऐतिहासिक करियर 14 साल तक चला, जिसमें उन्होंने 765 विकेट लेने के अलावा 4394 रन भी बनाए। अश्विन के करियर का आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया में आया जब एडिलेड पिंक बॉल टेस्ट में 29 रन बनाए और गेंदबाजी में एक विकेट लिया था।
-एजेंसी
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