भारत की इकॉनमी तेजी से आगे बढ़ रही है और माना जा रहा है कि कुछ ही समय में जापान हमसे पीछे छूट जाएगा। अभी भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी है जबकि जापान हाल में जर्मनी से पिछड़कर चौथे नंबर पर पहुंचा है। भारत की इकॉनमी जहां रॉकेट की स्पीड से बढ़ रही है वहीं जापान बमुश्किल से मंदी से बचा है।
लेकिन आज से 30 साल पहले जापान दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी था और भारत उसके सामने कहीं नहीं टिकता था। 1993 में जापान की इकॉनमी का साइज 4.54 ट्रिलियन डॉलर था जो 2023 में घटकर 4.23 ट्रिलियन डॉलर रह गया है। दूसरी ओर 1993 में भारत की इकॉनमी का साइज महज 280 अरब डॉलर था जबकि 2023 में यह 3.73 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
जापान की इकॉनमी किसी जमाने में रॉकेट की स्पीड से भाग रही थी और माना जा रहा था कि वह अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। लेकिन 1990 के दशक की शुरुआत में देश की इकॉनमी में सुस्ती का ऐसा दौर आया कि वह आज तक इससे उभर नहीं पाया है। साल 2010 में जापान को पछाड़कर चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन गया। पिछले साल जर्मनी के भी जापान को चौथे नंबर पर धकेल दिया।
बैंक ऑफ जापान ने स्पेंडिंग और इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए साल 2016 में निगेटिव इंटरेस्ट रेट शुरू किया था और तबसे इसमें बदलाव नहीं किया है। इससे दुनियाभर के निवेशकों के लिए येन आकर्षित नहीं रह गया है। इससे येन की वैल्यू में और कमी आई है।
भारत की इकॉनमी
दुनिया के कई बड़े देश मंदी की समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन भारत की इकॉनमी रॉकेट की स्पीड से बढ़ रही है। IMF का कहना है कि 2026 में भारत जापान से आगे निकल जाएगा और फिर 2027 में वह जर्मनी को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगा मगर जापान और जर्मनी की इकॉनमी जिस तरह संघर्ष कर रही हैं, उससे लग रहा है कि भारत को टॉप तीन में पहुंचने में इतना लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
पिछले साल भारत की इकॉनमी बड़े देशों में सबसे तेजी से बढ़ी थी और अगले दो साल भी यही स्थिति रहने का अनुमान है। भारत में युवाओं की एक बड़ी आबादी है और माना जा रहा है कि उसे अगले कई साल तक डेमोग्राफिक डिविडेंड का फायदा मिलता रहेगा।
फोर्ब्स के मुताबिक अमेरिका 27.974 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी बना हुआ है। चीन 18.566 ट्रिलियन डॉलर के साथ इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी वाला देश जर्मनी इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। उसकी इकॉनमी का साइज 4.73 ट्रिलियन डॉलर है। जापान 4.291 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की चौथी बड़ी इकॉनमी है।
भारत 4.112 ट्रिलियन डॉलर के साथ इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर है। साल 2014 में भारत दुनिया की दसवीं बड़ी इकॉनमी थी। भारतीय इकॉनमी को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 60 साल का समय लगा था। 2007 में भारत इस मुकाम पर पहुंचा था। भारत की इकॉनमी का साइज 2014 में भारत दो ट्रिलियन डॉलर और 2021 में तीन ट्रिलियन डॉलर पहुंचा थ
-एजेंसी