बस्ती,( राहिल खान): यूपी के बस्ती ज़िले में प्रशासनिक अमले के दो महत्वपूर्ण हिस्से—लेखपाल संघ और अधिवक्ता संघ—इन दिनों आमने-सामने हैं।
मंगलवार को थाना हर्रैया और तहसील परिसर के बीच की सड़क पर एक चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला, जब एक लेखपाल और अधिवक्ता SHO की मौजूदगी में एक-दूसरे को ललकारते हुए भिड़ गए।
SHO की मौजूदगी के बावजूद पुलिस ने मौके पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया।
FIR में भी गड़बड़ी, स्थान का उल्लेख किया गया गलत
बताया जा रहा है कि घटना थाने के ठीक सामने हुई, लेकिन FIR में स्थान को आधा किलोमीटर दूर दर्शाया गया है, जिससे पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। मामले में पुलिस की लापरवाह और संदिग्ध भूमिका को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
लेखपाल संघ का आक्रोश, प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी
घटनाओं की बढ़ती श्रृंखला से आक्रोशित लेखपाल संघ अब लामबंद हो चुका है।.रूधौली तहसील में लेखपाल भूपेंद्र यादव के साथ IGRS प्रकरण के निस्तारण को लेकर विवाद हुआ, वहीं हर्रैया तहसील परिसर में SDM और लेखपालों के बीच हुई हाथापाई ने हालात को और बिगाड़ दिया।
हर्रैया में लेखपालों का प्रदर्शन, बंद पड़े कार्य
हर्रैया तहसील में लेखपाल संघ ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
संघ का आरोप है कि लगातार हो रहे घटनाक्रमों पर यदि प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से कार्यवाही नहीं की, तो वे दहशत के माहौल में कार्य करने से इनकार कर देंगे।
लेखपाल संघ के जिला मंत्री अंकित चौधरी ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है चेतावनी
प्रशासन के लिए चुनौती बनती जा रही है लेखपाल-अधिवक्ता की यह टकराहट। यदि समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो यह संघर्ष जिलास्तरीय कानून-व्यवस्था को गहरा आघात पहुंचा सकता है।
