कांग्रेस की सीनियर नेता सोनिया गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर बेरोज़गारी, महंगाई, आर्थिक संकट, असमानता और अत्याचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. उन्होंने जयपुर में पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए ये आरोप लगाए हैं.
इस रैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई अन्य नेता मौजूद थे.
सोनिया गांधी ने कहा, “हमारा देश पिछले 10 साल से एक ऐसी सरकार के हवाले है जिसने बेरोज़गारी, महंगाई, आर्थिक संकट, असमानता और अत्याचार को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. मोदी सरकार ने जो किया है वो आपके सामने है. इसीलिए यह हताशा से भरा हुआ समय है, लेकिन हताशा के साथ उम्मीद का भी जन्म होता है.”
उन्होंने कहा, “मोदी जी ख़ुद को महान मानकर देश और लोकतंत्र की मर्यादा का चीरहरण कर रहे हैं. विपक्षी नेताओं को डराने, धमकाने और बीजेपी में शामिल कराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. हमारे देश का लोकतंत्र ख़तरे में है. हमारे संविधान को बदलने की साज़िश की जा रही है.”
खड़गे का पीएम पर ‘गारंटी’ शब्द चुराने का आरोप
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर ‘गारंटी’ शब्द चुराने का आरोप लगाया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वे (पीएम) कह रहे हैं मेरी गारंटी है. गारंटी तो हमारे शब्द हैं जिसे प्रधानमंत्री ने चुरा लिया. हमने हिमाचल में गारंटी दी, जो गारंटी हमने वहां दी उसे हमने लागू किया. तेलंगाना में जो हमारी गारंटी थी उसे हमने लागू किया. आपकी कौन सी गारंटी है? मोदी जी हमेशा लोगों को भ्रमित करते हैं.”
खड़गे ने कहा, “आपने इस देश के लिए कुछ भी नहीं किया और आप कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 वर्षों में क्या किया. हम 55 वर्ष सत्ता में थे. हमने 55 सालों में क्या किया उसका हम हिसाब दे रहे हैं. हमने राजस्थान में क्या किया, इसका भी हिसाब दे रहे हैं. आप अपना हिसाब दीजिए कि आपने क्या किया है.”
उन्होंने कहा, “प्रियंका गांधी जी ने हमारे घोषणा पत्र के बारे में बताया. हमारी जो 5 न्याय गारंटी है, उसके तहत ही हमने 25 गारंटी देने का वादा किया है. हम झूठ बोलने वालों में से नहीं है जैसे कि पीएम मोदी बोलते हैं. उन्होंने हमसे पहले कितनी गारंटी दी है? उन्होंने कौन सी गारंटी लोगों को दी है और वो लोगों तक पहुंची है?”
प्रियंका गांधी ने भी लगाए आरोप
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस रैली में कहा, “हमारे घोषणा पत्र को हमने न्याय पत्र का नाम दिया है, ताकि ये स्पष्ट हो कि ये सिर्फ़ घोषणाओं की एक सूची नहीं है जिन्हें हम चुनाव के बाद भूल जाएंगे. ये एक संघर्ष की आवाज़ है, इस देश की आवाज़ है, जो आज न्याय मांग रही है.”
उन्होंने आरोप लगाया, “आप जो वोट डालने जा रहे हैं, वह देश के लोकतंत्र को बचाएगा. आप सोच रहे होंगे कि हमारा लोकतंत्र ख़तरे में कैसे है. ऐसा इसलिए है क्योंकि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जो बड़ी-बड़ी संस्थाएं बनाई गई हैं उन्हें कमज़ोर किया जा रहा है, उनका दुरुपयोग किया जा रहा है. आज स्थिति यह है कि लोगों को ईवीएम पर भी भरोसा नहीं है.”
-एजेंसी