झांसी में विदेशी फण्डिंग मामले में हिरासत लिये गए मदरसा शिक्षक को मस्जिद से एलान के बाद भीड़ ने एनआइए व एटीएस से छुड़ाया

State's

झांसी। ऑनलाइन व ऑफलाइन इस्लामिक कोचिंग सेण्टर चलाने वाले एक शिक्षक के घर में गुरुवार को तड़के लगभग 3 बजे एनआइए व एटीएस की टीम ने छापा मारा। घर को अन्दर से बन्द कर लगभग 6 घण्टे तक पूछताछ की गई। जब जाँच एजेंसियां शिक्षक को लेकर घर के बाहर निकली तो समुदाय विशेष के लोगों ने उन्हें घेर लिया और उसे साथ ले जाने की वजह पूछने लगे।

अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल पूछताछ के लिए पुलिस लाइन ले जा रहे हैं तो लोग भड़क उठे। एक मस्जिद से एलान कराया गया और देखते ही देखते सैकड़ों की तादात में महिलाएं व पुरुष एकत्र हो गए और पुलिस व अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की कर शिक्षक को छुड़ा ले गए। शिक्षक को एक मस्जिद में ले जाने के बाद उसे लोगों ने चारों ओर से घेर लिया।

हंगामा की सूचना मिलने पर भारी मात्रा में पुलिस बल व अधिकारी पहुंच गए। दोनों पक्षों में कई दौर की बातचीत के बाद अधिकारी खाली हाथ लौट आए। उधर, दोनों पक्षों में हुए समझौते के तहत मुस्लिम समुदाय के कद्दावर लोगों ने स्वयं शिक्षक को पीछे के रास्ते से मस्जिद से बाहर निकाला और पुलिस के सुपुर्दकर दिया। एनआइए, एटीएस व पुलिस की इस कार्यवाही से क्षेत्र में तनाव है। एहतियात के लिए वहाँ पर पुलिस तैनात कर दी गई है।

कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित अलीगोल खिड़की बाहर सलीम बाग निवासी मुफ्ती खालिद नदवी मदरसे में शिक्षक होने के साथ ही अपना निजी इस्लामिक कोचिंग सेण्टर चलाते हैं। उनके चाचा मुफ्ती साबिर शहर काजी है। इस कोचिंग सेण्टर द्वारा जिले के ही नहीं, सम्पूर्ण भारत के विभिन्न शहरों व विदेशों के बच्चों को ऑनलाइन व ऑफलाइन दीनी तालीम दी जाती है।

गुरुवार की सुबह लगभग 2 बजे एनआइए व एटीएस की टीम कोतवाली पुलिस के साथ मुकरयाना में छोटी मस्जिद के पास रहने वाले मुफ्ती साबिर के घर पहुँची। वहाँ कुछ देर पूछताछ करने के बाद लगभग 3 बजे दोनों टीमें खालिद नदवी के घर पहुंच गई।

घर को अन्दर से बन्द कर लिया गया। जाँच एजेंसियों के आने और बन्द घर में पूछताछ किए जाने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और खालिद के घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। बाहर खड़े दोनों एजेंसियों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने अन्दर हो रही गतिविधियों के बारे में किसी प्रकार की जानकारी होने से इंकार कर दिया। उधर घर के अन्दर 6 सदस्यीय टीम ने लगभग 8 घण्टे तक पूछताछ की।

पूर्वाह्न लगभग 11 बजे दरवाजा खुला और एनआइए व एटीएस के अधिकारी मुफ्ती खालिद को लेकर बाहर निकले। अधिकारियों के हाथों में घर से बरामद किया गया लैपटॉप, कुछ किताबें व अन्य सामान था। खालिद को हिरासत में ले जाते हुए देख घर के बाहर जमा लोग उग्र हो गए और टीम का रास्ता रोककर उसे गिरफ्तार करने की वजह पूछने लगे।

एनआइए के डिप्टी एसपी ने बताया कि कुछ पूछताछ होनी है, इसलिए उन्हें पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है। वहाँ पूछताछ के बाद यदि सब क्लियर हो गया तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा। लेकिन भीड़ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी। उन्होंने दोनों टीमों के अधिकारियों व मौजूदा पुलिस कर्मियों की घेराबन्द कर धक्का-मुक्की शुरू कर दी।

मस्जिद से हुआ एलान, गलियों में उतरे सैकड़ों लोग

इसी दौरान भीड़ में मौजूद किसी शख्स ने गौलवी को मस्जिद से एलान कर और लोगों बुलाने के लिए कहा। एलान होते ही सैकड़ों की तादात में महिलाएं व पुरुष एकत्र हो गए और बाहर जाने वाले सभी रास्ते को अवरुद्ध कर दिया। घर में छापा क्यों पड़ा, क्या-क्या बरामद हुआ और खालिद को किस आरोप में गिरफ्तार किया जा रहा है? इन सवालों के जवाब उग्र भीड़ चाहती थी। अधिकारी बार-बार समझाने का प्रयास कर रहे थे, मगर भीड़ उग्र होती गई।

एनआइए से खालिद को छुड़ाकर मस्जिद में ले गई भीड़

लगभग 500 महिलाओं व पुरुषों ने धक्का-मुक्की कर मुफ्ती खालिद को एनआइए व एटीएस के कब्जे से छुड़ा लिया और घेरा बनाकर उन्हें अपने साथ ले गए। उन्हें पास में स्थित फातिमा मस्जिद ले जाया गया। जहाँ मस्जिद में अन्दर करने के बाद भीड़ ने मस्जिद को घेर लिया। भीड़ का उग्र रूप देख एनआइए व एटीएस की टीमों ने वहाँ से जाना ही ठीक समझा। इसी दौरान एसपी सिटि के नेतृत्व में जिले के कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुँच गया।

कई दौर की बातचीत के बाद वापस हुई पुलिस

दोनों पक्षों में कई दौर की बातचीत के बाद पुलिस के अधिकारी, एनआइए व एटीएस की टीमें घटनास्थल से वापस चली गई। इसके बाद भी भीड़ मस्जिद को घेरे रही। कुछ देर बाद मालूम हुआ कि मुफ्ती खालिद को किसी अन्य रास्ते से मस्जिद से निकालकर उनके समाज के कुछ कद्दावर लोगों ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उन्होंने शर्त रखी थी कि खालिद से पूछताछ उन लोगों के सामने हो। यदि वह निर्दोश पाए जाएं तो उन्हें छोड़ दिया जाए। पुलिस उन्हें लेकर पहले एसएसपी ऑफिस पहुँची और वहाँ से पूछताछ के लिए एनआइए व एटीएस उन्हें पुलिस लाइन ले गई। पुलिस लाइन में सुरक्षा की दृष्टि से चौकसी बढ़ा दी गई।

यह बोले मुफ्ती खालिद

मुफ्ती के घर विदेशी फण्डिंग के मामले में मारे गए इस छापे के बाद जब खालिद को हिरासत में ले जाया जा रहा था तो उन्होंने बताया कि वह मदरसे में पढ़ाने के साथ ही देश व विदेश के बच्चों को ऑनलाइन व ऑफलाइन दीनी तालीम देते हैं। वह उर्दू और अरबी भी पढ़ाते हैं। इसके एवज में वह निर्धारित शुल्क भी लेते हैं जो ऑनलाइन आता है।

उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान जाँच टीम के सदस्यों ने सबसे पहले पूरे घर की तलाशी ली। अलमारियों में रखीं इस्लामिक किताबों के बारे व उनके राइटर एवं विषयों के बारे में पूछताछ की। टीम ने उनका पासपोर्ट व वीजा भी जब्त कर लिया। वह अक्टूबर में हज करने अरब गए थे। उसके बारे में भी पूछताछ हुई। जांच के दौरान उनके वॉटएसेप को चेक कर उसमें बने ग्रुप की जानकारी ली और मोबाइल नम्बरों के बारे में भी पूछताछ की।

फोन में अधिक ग्रुप होने पर सन्देह किया तो बताया गया कि वह ऑनलाइन क्लास करते हैं उसके लिए कई ग्रुप बनाए गए हैं। टीम ने छात्रों के एडमिशन फार्म व अन्य दस्तावेज भी देखें और उनके सभी सोशल मीडिया अकाउण्ट भी खंगाले। खालिद ने बताया कि वह लगभग 11 साल से पढ़ा रहे हैं। इसके लिए वह प्रत्येक बच्चे से 50 रुपए से 2 हजार रुपए तक शुल्क लेते हैं। टीम द्वारा विदेशी फण्डिंग होने एवं बाहर रुपए ट्रांस्फर करने के सवाल पर वह जवाब नहीं दे सके। इसलिए उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस लाइन ले जाया जा रहा था।

शहर काजी ने कहा- ‘मेरा भतीजा है खालिद

शहर काजी मुफ्ती साबिर ने बताया कि मुफ्ती खालिद नदवी उनका भतीजा है। वह ऑनलाइन व ऑफलाइन दीनी तालीम देता है। उन्हें उर्दू और कुरान-ए-करीम की शिक्षा देता है। गुरुवार की रात 3 बजे टीम आई और घण्टों पूछताद के बावजूद जब कुछ नहीं मिला तो उसे पुलिस लाइन ले जाने लगे। उन्होंने कहा कि जनता ने जब उनसे यहीं पूछताछ करने की बात कही तो जाँच टीमों के अधिकारी नहीं माने।

पुलिस को नहीं दी एनआइए ने सूचना

एसपी सिटि ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि एनआइए व एटीएस ने झॉसी में छापा मारने की सूचना उन्हें नहीं दी। बाद में स्थिति बिगड़ने पर पहुँची पुलिस ने लोगों को किसी प्रकार नियन्त्रित किया और टीम के सदस्यों की सुरक्षा की।


Discover more from Up18 News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *