ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद पहली नमाज शुक्रवार को अदा की गई है। नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम पहुंचे। मस्जिद से निकलने के बाद अंजुमन इंतेजामिया कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी को साथी नमाजियों ने बोलने से रोक दिया। जॉइंट सेक्रेटरी केवल गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दे पाए और आगे कुछ नहीं बोल पाए। धक्का-मुक्की करते हुए नमाजी उन्हें आगे बढ़ा ले गए।
शुक्रवार को एएसआई रिपोर्ट पर बात करने को लेकर नमाजियों ने मीडियाकर्मियों से धक्का-मुक्की की। नमाजियों ने मीडिया के ऊपर अभद्र टिप्पणी की। वहीं, मीडिया को चोर और दलाल तक कहा। एसीपी दशाश्वमेध से भी नमाजियों ने धक्का-मुक्की की। एक नमाजी ने कहा कि एएसआई की रिपोर्ट को हम नहीं मानते हैं। वह चाहे जो कहे, हम 1991 पूजा अधिनियम को मानेंगे और उसी आधार पर फैसला होना चाहिए। कहा कि केस फाइल करना ही गलत था।
गुरुवार को ज्ञानवापी एएसआई सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन एएसआई का हवाला देते हुए कहा कि मस्जिद मंदिर के ऊपर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि मस्जिद के तहखानों के अंदर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां मिली हैं। मुस्लिम पक्ष ने कहा है कि मस्जिद परिसर में किराएदार रहते थे जोकि मूर्ति बनाने का काम करते थे, ये मूर्तियां उन्हीं के द्वारा फेंकी गई हैं।
-एजेंसी