गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई जल्द ही रिजाइन कर सकते हैं। सुंदर पिचाई को कंपनी निकाल भी सकती है। हेलिओस कैपिटल के फाउंडर समीर अरोड़ा ने यह दावा किया है। इन्वेस्टर समीर अरोड़ा का मानना है कि जेमिनी एआई के विफल होने की वजह से कंपनी सुंदर पिचाई को निकालने का फैसला ले सकती है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई कंपनी के जेमिनी एआई को लेकर विवादों के चलते अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं।
दरअसल एक यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर समीर अरोड़ा से गूगल के दुनिया भर में रिलीज AI चैटबॉट जेमिनी को लेकर हुई कंट्रोवर्सी पर उनका ओपनियन मांगा। इस पर जवाब देते हुए समीर अरोड़ा ने लिखा कि उनका मानना है कि सुंदर पिचाई को निकाल दिया जाएगा या वे इस्तीफा दे देंगे। जेमिनी-एआई को लीड करने के बाद भी वे इस पर पूरी तरह से विफल हो गए हैं, जबकि दूसरी कंपनियों ने एआई पर टेकओवर कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
जैमिनी अपनी लॉन्चिंग के बाद से ही विवादों में है। यह लॉन्च के एक सप्ताह के अंदर ही विवादों में आ गया। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक सवाल के जवाब में एआई टूल ‘जेमिनी’ की आपत्तिजनक प्रतिक्रिया और पूर्वाग्रह को लेकर गूगल को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। गूगल का कहना है कि उसने इस मुद्दे का समाधान करने के लिए तेजी से काम किया है।
गूगल ने 23 फरवरी को अपने एक AI इमेज जनरेटर के गलत रोलआउट को लेकर माफी भी मांगी थी। गूगल के जेमिनी ने यह माना कि कुछ मामलों में उनका टूल सही काम नहीं करता है। इस विवाद के बढ़ने के बाद गूगल ने अपने जेमिनी AI के इमेज जनरेटर को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला भी लिया।
नोटिस जारी कर सकती है सरकार
अब सरकार गूगल को नोटिस भेजने की योजना बना रही है। आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस मामले को गंभीरता से लिया और इसे आईटी नियमों के उल्लंघन और कई दंड संहिता प्रावधानों का उल्लंघन बताया है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो सरकार कानूनी कार्रवाई कर सकती है। यह पहली बार नहीं है जब गूगल की एआई को गलत या पक्षपाती जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।
-एजेंसी