फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी ने ’इट्स ए वंडरफुल वर्ल्ड’ के लॉन्च के साथ एक नया अध्याय शुरू किया

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मुंबई (अनिल बेदाग): फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी ने ’इट्स ए वंडरफुल वर्ल्ड’ के लॉन्च के साथ अपने डीईआई सफर में एक नया अध्याय शुरू किया है। यह कॉफी टेबल बुक समावेश, लचीलेपन और बदलाव की कहानियों को जीवंत अंदाज में पेश करती है। एक शानदार समारोह में लॉन्च की गई यह पुस्तक विविधता, समानता और समावेश (डीईआई) के प्रति FGII की अटूट प्रतिबद्धता में एक शक्तिशाली मील का पत्थर है, जो साबित करती है कि जब प्रत्येक व्यक्ति की आवाज़ पर ध्यान दिया जाता है, तो यह दुनिया वास्तव में ’वंडरफुल’ बन जाती है। यह पुस्तक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्तियों और साथ ही FGII के PwD कर्मचारियों की प्रेरणादायक कहानियों को जीवंत करती है। यह किताब कंपनी के कार्यबल में विकलांग व्यक्तियों (PwD) का 1% प्रतिनिधित्व हासिल करने का जश्न मनाती है।

पुस्तक विमोचन समारोह में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें प्रशंसित अभिनेता और निर्माता राणा डग्गुबाटी, प्रसिद्ध अभिनेत्री और भरतनाट्यम नृत्यांगना सुधा चंद्रन, दो बार की पैरालिंपिक चैम्पियन अवनी लेखरा और बोलंट इंडस्ट्रीज के सीईओ श्रीकांत बोल्ला शामिल थे।

2022 में, FGII ने DEI को अपने संगठन की रणनीतिक प्राथमिकता बनाने का सफर शुरु किया। नीतिगत बदलावों को शुरु करने से लेकर संवेदनशील बनाने और जागरुक करने के सत्र आयोजित करना, LGBTQIA+ समुदाय और महिलाओं के लिए सही मायनों में समावेशी उत्पाद लॉन्च करने तक, FGII ने वास्तव में समावेशी नियोक्ता, बीमाकर्ता और एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक बनने की अपनी कोशिशों में कोई कसर नहीं छोड़ी।

FGII ने अपने लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया था – यह सुनिश्चित करना कि उसके कर्मचारियों में 1% विकलांग (PwDs) हों। दृढ़ संकल्प के साथ, कंपनी ने एक साल के अंतराल में 16 क्षेत्रीय शाखाओं में अपने PwD कर्मचारियों की संख्या को 41 कर्मचारियों तक बढ़ाते हुए यह लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसके अलावा, कंपनी के लगभग 22 प्रतिशत PwD कर्मचारी महिलाएँ हैं, जो एक बार फिर हर मायने में समावेशी कार्यस्थल बनाने के उसके प्रयासों को रेखांकित करता है।

इस किताब के लॉन्च के मौके पर फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ अनुप राऊ ने कहा, ’’समावेश केवल एक नीति नहीं हो सकती – इसे एक जीवंत हकीकत होना चाहिए। सच्चे समावेश का मतलब है हर स्टेकहोल्डर का शामिल रहना, यह सुनिश्चित करना कि हमारे द्वारा बनाए गए समाधान उन विविध समुदायों को दर्शाते हैं जिनकी हम सेवा करते हैं।

हमें गर्व है कि हमारे कार्यबल का 1% दिव्यांग व्यक्तियों से बना है – एक दायित्व के रूप में नहीं, बल्कि प्रतिभा, दृष्टिकोण और क्षमता के लिए प्रतिबद्धता के रूप में। एक समावेशी नियोक्ता ही समावेशी उत्पाद बनाता है – और मैं दृढ़ता से कह सकता हूँ कि ऐसा नियोक्ता एक बेहतर प्रदाता होता है – जिसमें कहीं अधिक सहानुभूति, करुणा और संवेदनशीलता होती है।

-up18news

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