विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में भारतीय समुदाय को बताईं मोदी सरकार की उपलब्‍धियां

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विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं। पर्थ में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व की जमकर सराहना की। उन्होंने कोरोना महामारी (COVID) के दौर में भारत में हुई सकारात्मक पहल और गरीबों को मुफ्त राशन जैसी योजनाएं गिनाते हुए कहा कि कोरोना से उबरने में प्रोत्साहन की अहम भूमिका रही।

विदेश मंत्री ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही थी, उस समय भारत में सभी के मन में एक ही बात और भावना थी, किसी भी सूरत में इस संकट के समय को पीछे छोड़ना है। उन्होंने बीते एक दशक में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक रास्ता खोजने की जनभावना

डॉ जयशंकर ने कहा, कोविड-19 के दौरान, कई लोगों ने अपने घरों से काम (Work From Home) किया, लेकिन भारत में कर्मचारियों ने हर दिन कार्यालय जाकर तीन शिफ्ट में काम किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से उबरने के लिए देश में एक अभियान छिड़ा था। एक जनभावना थी कि हमें इस प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक रास्ता खोजना होगा। हम अपने लोगों को निराश नहीं कर सकते।

विदेश मंत्री ने कहा कि कई देशों के पास भव्य दृष्टिकोण और बड़े बयान हो सकते हैं। दुनिया और भारत में एक बहुत महत्वपूर्ण अंतर यह है कि सबसे बड़ा विजन सबसे छोटा विवरण बन गया। समाज के अंतिम छोर तक सरकारी योजना का लाभ पहुंचे, यह सुनिश्चित किया गया।

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भारत में पीएम मोदी के कार्यकाल में तेज गति से अभूतपूर्व विकास के दावे करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, पिछले 10 वर्षों में हर साल 8 नए हवाई अड्डे बने हैं। हर दो साल में तीन शहरों को मेट्रो मिली है। हर दिन 30 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) बनाए जा रहे हैं। देश में शिक्षा के मोर्चे पर भी उल्लेखनीय काम करने का दावा करते हुए विदेश मंत्री ने कहा, हर दिन, 2 नए कॉलेज खोले जा रहे हैं। उन्होंने कई और योजनाओं का भी जिक्र किया।

सरकार की तरफ से कराए जाने वाले राशन वितरण का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, भारत आज अपनी दो-तिहाई आबादी को पोषण प्रदान करने की स्थिति में पहुंच गया है। आयुष्मान भारत योजना की तरफ संकेत करते हुए उन्होंने कहा, हम एक ऐसे देश हैं, जहां नागरिकों को अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं इन समस्याओं का सामना सबसे विकसित देश भी करते हैं। प्रत्येक विकसित देश में ऐसे लोग होते हैं जो पीछे छूट जाते हैं, लेकिन भारत में बड़े पैमाने पर लोगों को लाभ पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

-एजेंसी

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