आगरा। यमुना का जलस्तर खतरे के स्तर को पार कर अब शहर के मुख्य मार्ग पर भी आ गया है। यमुना किनारा रोड पानी में डूबता जा रहा है। नाले बैक मारने लगे हैं, जिससे बाढ का पानी अब बेलनगंज तक पहुंच गया है। सेक्सरिया कॊलेज में तो छुट्टी करनी पड़ी। आज सुबह अन्य स्कूली बच्चों को भी काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ा। वहीं दयालबाग, बल्केश्वर और एत्मादउद्दौला क्षेत्र की दर्जनों कॉलोनियों में यमुना का पानी घुस गया है। प्रशासन अब तक कैलाश के आसपास के गांवों के 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुका है।
आनन-फानन में के एन सक्सेरिया में बच्चों की छुट्टी की
यमुना किनारा रोड पर पानी आ जाने से ट्रांसपोर्ट कारोबारी परेशान होने लगे हैं। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं उनके गोदामों तक पानी पहुंचा तो माल खराब हो सकता है। यही नहीं, यमुना का पानी बेलनगंज की सड़कों पर भी तेजी से बढ़ रहा है। बेलनगंज में यमुना जल के प्रवेश करने पर सेक्सरिया इंटर कॊलेज में तत्काल छुटटी कर बच्चों को घर भेज दिया गया। लम्बे समय बाद यह मौका आया है जब बेलनगंज के भीतर तक यमुना का पानी पहुंच गया है। ऐसा नाला बैक मारने के कारण हो रहा है।
दिल्ली, नोएडा, मथुरा-वृंदावन में भी बाढ़ ने हालात खराब कर रखे हैं। आगरा में भी अब यमुना ने विकराल रूप धारण कर लिया है। सिंचाई विभाग के मुताबिक आज सुबह यमुना का जल स्तर हाई फ़्लड लेबल से करीब दो मीटर से भी कम रह गया है। सुबह आठ बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 0.650 मीटर ऊपर था। धीरे धीरे जल स्तर बढ़ता ही जा रहा है।
इधर दयालबाग से लेकर एत्मादउद्दौला क्षेत्र में यमुना के आसपास बनीं दर्जनों कॉलोनियां में पानी प्रवेश कर गया है। मनोहरपुर में यमुना से 200 मीटर दूर स्थित मकानों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। तटवर्ती क्षेत्र की झोंपड़ियां भी बाढ़ के पानी में डूब गई हैं। नाले बैक मारने से यमुना किनारा रोड, कृष्णा कॉलोनी, मोती महल, घाट बजरिया समेत डेढ़ दर्जन कॉलोनियों तक में यमुना का पानी भर गया है।