आगरा। ताजगंज मोक्ष धाम पूरी तरह पानी में डूब गया है। अब नए बने प्लेटफॉर्म पर अंतिम संस्कार हो रहे हैं। यही नहीं यमुना किनारे बेलनगंज में भी पानी प्रवेश कर गया है। इस कारण क्षेत्र में जाम की स्थिति पैदा हो गई है। सबसे बुरे हालात यमुना किनारे स्थित खेतों के हैं। रविवार को रात दस बजे तक की सरकारी रिपोर्ट के अनुसार यमुना का जल स्तर 496.10 फीट तक पहुंच गया है। जो कि लो लेबल फ्लड के मानक 495 फीट से अधिक है। अगर थोड़ा और जल स्तर बढ़गया तो 499 के मीडियम लेबल बाढ़ के स्तर तक पहुंच जाएगा। जिससे आगरा शहर में तमाम जगहों पर बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाएगा। अभी गोकुल बैराज से एक लाख 31 हजार क्यूसेक पानी तथा ओखला बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे आगरा में जल स्तर और बढ़ जाएगा। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
आगरा में यमुना रौद्र रूप धारण कर चुकी है। यमुना का पानी अब सड़कों पर आ गया है। यमुना किनारे बेलनगंज में रोड पर पानी भर गया है। यमुना लो फ्लड लेवल से ऊपर बह रही है। पानी भरने के कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई है। इसके अलावा निचले इलाकों में भरने भर गया है। दयालबाग में खेतों में पानी भर गया है। वहीं, ताजगंज शमशान घाट भी डूब गया है।
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में बाढ़ ने हालात खराब कर दिए हैं। आगरा में भी अब यमुना विकराल हो गई है। रविवार सुबह यमुना का जलस्तर 495.80 फीट तक पहुंच गया है। यो लो फ्लड लेवल से ऊपर है। लो फ्लड लेवल 495 फीट है। लो ब्लड लेवल पार करते ही यमुना का पानी अब शहर में घुसने लगा है स्ट्रैची ब्रिज के नीचे के नीचे कई फुट पानी भर गया है। ऐसे में यातायात प्रभावित हो गया है। प्रशासन ने पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। दोपहिया वाहनों को बेलनगंज होकर गुजारा जा रहा है। माना जा रहा है कि अब और तेजी से जलस्तर बढ़ेगा।
दयालबाग के कई इलाकों में खेतों में पानी भर गया है। फसल डूब गई है। वहीं, ताजगंज शमशान घाट में भी पानी भर गया है। इस कारण वहां पर अंतिम संस्कार में परेशानी आ रही है। शमशान घाट में बने नए प्लेटफॉर्म पर अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। अगर जलस्तर और बढता तो इलेक्टिक शव दाह गह पर ही अंतिम संस्कार हो सकेंगे