आगरा, 29 जनवरी। सरकार व प्रशासन भले ही गोशालाओं में बेहतर प्रबंधन का खूब दावा करे, लेकिन हकीकत काफी चौंकाने वाली है। तहसील किरावली की अधिकांश गोशालाओं में गोवंश को भरपेट चारा-पानी तक नहीं मिल पा रहा हैं। कहीं सूखा भूसा बदबू दार दिया जा रहा हैं तो कहीं बाजरा की करव का चारा खाने को मजबूर हैं। भरपेट चारा न मिलने के कारण गोवंश कमजोर हो रहे हैं। बुधवार शाम 4 बजे किसान नेता श्यामसिंह चाहर की टीम पड़ताल करने पहुंची तो इसकी पोल खुल गई। हर गोशाला में अव्यवस्थाओं की भरमार है। जबकि हर दिन हजारों रुपये का बजट ठिकाने लग रहा है। अगर अफसर ढंग से तहसील एवं ब्लॉक की दो चार-गोशालाओं की भी पड़ताल कर लें तो सिस्टम की पोल खुल जाएगी। अछनेरा स्थित कान्हा गोशाला में करीब 240 गोवंश हैं। लेकिन कस्बा में अब भी 100 से अधिक गोवंश घूमते नजर आयेंगे। बताया गया यहां के तमाम पशु बाहर घूमते हैं।
ग्राम पंचायत कोरई स्थित गोशाला में करीब 110 गोवंश है। गोशाला में गायों को पिछले कई महीने से बाजरे का कुटी खिलाई जा रही है।पानी पीने व्यवस्था ठीक नहीं बताई गई है। गोशाला के चारों ओर दीवार तक नहीं हैं। सिर्फ लोहे की चद्दर लगी हुई है जिससे आवारा कुत्ते गोवंश को परेशान करते हैं। गोवंश सर्दी से काफी परेशान एवं कमजोर हो रहे हैं। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने ईओ अछनेरा से फोन पर बात की तो बैठक में बताया अगर गायों की मौत हुई है तो अभी जाकर देखता हूं कार्यवाही करूंगा।
किसान नेता ने पशु पालनअधिकारी अरुण कुमार से बात की बताया पहले भी शिकायत मिली है गौशाला में गंदगी एवं चारा खाने का कम बताया गया है। सारी खामियों को दूर कराया जाएगा में मौके पर जाकर निरीक्षण करूंगा।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर, सुरेंद्र सिंह,अर्जुन सिंह छोकर,कुलदीप रावत,आशीष शर्मा, सुभाष चौधरी,राहुल छोकर, महताब सिंह चाहर आदि उनके साथ थे।