गुरुवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी में प्रशासन की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बीच हिंसा भड़क गई. बनभूलपुरा में हुई इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 60 लोग घायल हुए हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है.
इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नैनीताल की डीएम ने कहा है कि ये अतिक्रमण मुहिम किसी विशेष इलाक़े को निशाना बना कर नहीं की गई.
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा,“पिछले15-20 दिनों में हल्द्वानी के अलग-अलग हिस्सों में अतिक्रमण हटाने के लिए मुहिम चलाई जा रही, पहले भी हम हाई कोर्ट के आदेश के बाद इस तरह के ड्राइव चला चुके है. न्याय के अनुसार, यहाँ भी सभी को नोटिस दिया गया था, इसके बाद उनके पास सुनवाई समिति के पास जाने के समय दिया गया, उसने लोगों की शिकायत सुनी और सबका निस्तारण किया.”
“कुछ लोगों ने हाई कोर्ट में अपील की. कुछ को समय मिला कुछ को नहीं मिला. जहां समय नहीं दिया गया वहां भी पीडब्लूडी और नगर निगम ने अतिक्रमण हटाया. कई इलाकों में इस तरह की कार्रवाई की गयी है ये किसी एक क्षेत्र को निशाना बना कर की गई कार्रवाई नहीं है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बनभूलपुरा में पुलिस कथित रूप से ग़ैरक़ानूनी तरीके से बने एक मदरसे को तोड़ने का काम करवा रही थी तभी स्थानीय लोगों ने आगज़नी शुरू कर दी और पत्थर फेंके.
-एजेंसी