आगरा, 12 जुलाई। आगरा मंडल के उपनिदेशक उद्यान धर्मपाल यादव अपने कार्यक्षेत्र में महारत हासिल किये हुए हैं। उनको भारत सरकार द्वारा एक-दो नहीं बल्कि तीन बार विदेशों में प्रशिक्षण और सेमिनारों में भाग लेने के लिये भेजा जा चुका है। ताकि वे इन देशों से कुछ सीखकर आयें और उसका लाभ उत्तर प्रदेश के किसानों तथा उद्यानविदों को मिल सके।
श्री यादव जब जिला उद्यान अधिकारी के पद पर गाजियाबाद में तैनात थे, उस समय 2011 में उनको ट्रेनिंग के लिये इंग्लैंड भेजा गया था। वहां से लौटने के पश्चात उन्होंने हरियाणा में दो साल की ट्रेनिंग भी ली थी। इसके पश्चात जब वे डीएचओ इटावा थे, तब उन्हें भारत सरकार द्वारा 2013 में इजरायल भेजा गया था। इसके अलावा वर्ष 2007 में मैंगो प्रमोशन कार्यक्रम में भाग लेने के लिये भारत सरकार की ओर से ही मलेशिया भी जा चुके हैं। उनके इन्हीं अनुभवों का लाभ प्रदेश को दिलाने के लिये विगत काफी समय से लखनऊ में उपनिदेशक आलू के पद पर तैनात किया गया था। इसी वर्ष उनको लखनऊ से हटाकर आगरा में उपनिदेशक के पद पर भेजा गया। यहां से कौशल कुमार नीरज उपनिदेशक आलू के पद पर लखनऊ पहुंच गये हैं।
उपनिदेशक धर्मपाल यादव का कहना है कि वे उत्तर प्रदेश के किसानों के लिये कुछ अच्छा करने के प्रयास में लगे रहते हैं। आगरा में अभी उनको बहुत ज्यादा समय नहीं हुआ है लेकिन वे लगे हुए हैं, जिससे कि यहां के किसानों को लाभ मिल सके। वे कहते हैं कि उनके विदेशों में प्रशिक्षण का लाभ भी ताजनगरी आगरा के किसानों और उद्यानविदों को मिलेगा।