आगरा। रविवार को पश्चिम बंगाल के मालदा से ताजमहल देखने आए पर्यटक दुर्गापाद कुंडू की सांसों की डोर थम गई। स्मारक में तबीयत बिगड़ने पर पर्यटक को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवान और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के कर्मचारी शांति मांगलिक अस्पताल लेकर जा रहे थे, मगर रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने पर्यटक को मृत घोषित कर दिया। पर्यटक की मौत की वजह पोस्टमार्टम से ही स्पष्ट हो सकेगी, हालांकि इसकी वजह हृदयाघात माना जा रहा है।पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी दुर्गापाद कुंडू (67) रविवार शाम परिवार के साथ ताजमहल पहुंचे थे। वह पश्चिम बंगाल पुलिस से सेवानिवृत्त हुए थे। स्मारक में बेचैनी महसूस होने पर स्वजन उन्हें रायल गेट के पश्चिमी तरफ स्थित बेंच पर बैठाकर स्मारक का दीदार करने में मग्न हो गए। दुर्गापाद कुंडू की तबीयत अधिक खराब हो गई और वह अचेत हो गए।इसकी सूचना एएसआइ के अधिकारियों को दी। उन्होंने अधीक्षण पुरातत्वविद् राजकुमार पटेल को अवगत कराते हुए पर्यटक के परिवार को तलाशने या पर्यटक को अस्पताल ले जाने के बारे में पूछा। उस समय पर्यटक की नब्ज चल रही थी। उन्होंने पर्यटक को तुरंत अस्पताल ले जाने के निर्देश दिए। इसके बाद सीआइएसएफ के जवान स्ट्रेचर पर अचेत पर्यटक को पूर्वी गेट के बाहर खड़ी एंबूलेंस तक लेकर आए। यहां से पर्यटक को शांति मांगलिक अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने पर्यटक को मृत घोषित कर दिया। बाद में स्वजन जब पर्यटक को तलाशते हुए पहुंचे तो उन्हें घटनाक्रम से अवगत कराया गया। दुर्गापाद कुंडू की तबीयत बिगड़ने पर स्वजन ताजमहल देखने के बजाय उन्हें अस्पताल ले जाते तो शायद पर्यटक की जान बच सकती थी।