“धूप से बचें और बचाएं “हीट वेव“लू“ प्रबंधन, बचाव एवं सुरक्षा हेतु भी हुई बैठक संपन्न।
आगरा, 22 मार्च। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकन्डन की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण कार्यवाही हेतु विभिन्न विभागों का उत्तरदायित्व निर्धारण हेतु प्रथम जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय बैठक आयोजित की गयी, जिसमें वर्ष 2022 की भांति वर्ष 2023 में भी संचारी रोगों की रोकथाम हेतु प्रभावी उपाय अपनाते हुए व्यापक तरीके से अभियान जनपद में चलाये जाने पर गहन विचार विमर्श किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार वर्ष 2023 में संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 से 30 अप्रैल तक तथा दस्तक अभियान 17 अप्रैल से 30 अप्रैल, 2023 तक जनपद में चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान को जनपद में सफल बनाने के लिये सम्बन्धित विभागों के अधिकारी वर्ष 2022 में संचालित की गयी सभी गतिविधियों की पुनः विस्तृत कार्य योजना, माइक्रो प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर देते हुए सभी विभाग व्यवहार परिवर्तन तथा प्रचार-प्रसार की भी व्यापक योजना बनायें, ताकि जन सामान्य तक सभी जानकारियों की शुलभ उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने संचारी रोग नियंत्रण हेतु निर्देश दिए कि विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करते हुए एक साथ कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनपद तथा ब्लाक स्तर पर समन्वय समितियों का गठन कर नियमित अन्तराल पर विभिन्न विभागों द्वारा किये गये कार्य निष्पादन तथा जनपद में रोग की स्थिति की समीक्षा हेतु इन समितियों की बैठक आयोजित करायी जाये। बैठक में ब्लाक स्तर पर नोडल अधिकारियों द्वारा ब्लॉक टास्क फोर्स की बैठक की जाए, तथा स्थानीय निकायों पर संवेदीकरण बैठकें, ब्लाक स्तरीय ग्राम प्रधान संवेदीकरण बैठक तथा ब्लाक चिकित्सालय पर आशा, एएनएम तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का संवेदीकरण कराये जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संचारी रोग अभियान के अन्तर्गत विभिन्न सम्बन्धित विभागों द्वारा किये जाने वाले कार्यों की विभागवार, समयवार एवं प्रत्येक दिन की सूचना डिजिटल डायरी बनाकर जिला मुख्यालय पर प्रेषित करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी ने समस्त सम्बन्धित विभागों को राज्य स्तर से जारी समय सारिणी के अनुसार विभिन्न क्रिया कलाप सम्पादित करने का अनुरोध किया तथा साथ ही कार्यक्रम से सम्बन्धित समस्त विभागों को राज्य स्तर से निर्धारित कार्य एवं दायित्वों से अवगत कराया। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मौसम के तापमान में होने वाले परिवर्तन के दृष्टिगत हीट रिलेटेड इलनेस की रोकथाम एवं नियंत्रण की गतिविधियों पर विशेष जोर दिया जाए। बैठक में अपर जिलाधिकारी( वि0/रा0) ने उष्ण मौसम से संबंधित रोगों (हीट रिलेटेड इलनेसेस) हेतु शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों की बिन्दुवार विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा बताया कि भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जनमानस हेतु शीतल एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, गर्मी से बचाव हेतु शेल्टर्स की व्यवस्था, व्यस्त स्थानों पर मौसम के पूर्वानुमानों तथा तापमान का डिस्प्ले, हीट वेव से बचाव हेतु उपायों का जनमानस में व्यापक प्रचार प्रसार, स्कूल, कालेज में हीट वेव (लू) से बचाव हेतु उपायों का प्रचार प्रसार करने, सरकारी कार्यालयों में आने वाले लोगों हेतु शीतल पेय जल, छाया की व्यवस्था, गौशालाओं में इस हेतु जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी( वि0/रा0) श्री यशवर्धन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी श्री अरूण कुमार श्रीवास्तव, जिला पंचायतराज अधिकारी श्री नितिश भौंडेले, सहित यूनीसेफ, डब्ल्यूएचओ सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारी, समस्त खण्ड स्तरीय अधिकारी, सामुदायिक/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी/चिकित्साधीक्षक आदि उपस्थित रहे।
इस बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की गयी, जिसमें विकास खण्ड फतेहाबाद व फतेहपुर सीकरी में गिरावट दर्ज की गयी। फतेहाबाद प्रभारी ने बताया कि स्टाफ नर्स की कमी, एक प्रसव केन्द्र कम होना तथा कुछ प्रसव के केस शमशाबाद स्थानान्तरण होने से यह कमी आई है। जिलाधिकारी महोदय ने प्रत्येक विकास खण्ड में 10 सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली आशाओं की सूची बनाकर उनकी काउन्सलिंग करने, उनकी समस्याओं को जानकर निदान करने तथा अधिकतम प्रसव केन्द्रों पर प्रसव कराने के निर्देश दिए। बैठक में सीजेरियन प्रसव सेवाओं की समीक्षा की गई, जिसमें सी0एच0सी0 फतेहाबाद में प्रगति कम मिली, जिस हेतु जिलाधिकारी महोदय ने निर्देशित किया कि सीजेरियन प्रसव सेवायें सीएचसी पर ही उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जनपद में माह फरवरी में मातृ मृत्यु 05 रही, जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा सभी ए0एन0एम0, आशा व आशा संगिनी को ब्लाक स्तर पर गर्भवती महिलाओं का डाटा संग्रहण कर उनकी मोनिटरिंग के कड़े निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि मातृ मृत्यु के संभावित कारणों में पी0पी0एच0 प्री एक्लेम्सिया हार्ट फेल्योर, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया हार्ट फेल्योर एवं एनिमिया जैसे कारण रहे। जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिए कि जनपद में एनिमियां की कमी से मातृ मृत्यु बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को पूर्व में ही इस हेतु खान-पान सम्बन्धी जानकारी व सलाह, हीमोग्लोबिन टैबलेट व संवेदनशीलता के साथ सुपर विजन करने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की समीक्षा की गई, उक्त योजना में ग्रामीण स्तर पर प्रगति ठीक व शहरी क्षेत्र की प्रगति संतुष्टपूर्ण न होने पर जिलाधिकारी महोदय ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी बैठक में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में अर्बन हेल्थ सेन्टर नाई की सराय व मंटोला के प्रभारी चिकित्साधिकारियों के बैठक में अनुपस्थित रहने पर कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं की जांच में जनपद की प्रगति न्यूनतम होने पर सभी एम0ओ0आई0सी0 को लक्ष्य के सापेक्ष कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने आशाओं के भुगतान न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा इस हेतु ब्लाक स्तर पर अलग से बैठक कर सभी लम्बित भुगतान कराने के निर्देश दिए तथा कहा कि भुगतान न होने की दशा में डी0सी0पी0एम0 का वेतन रोके जाने की संस्तुति की जायेगी। बैठक में परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा की गई, जिसमें नसबन्दी कैम्प लगाकर जनपद को मिले लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति व प्रयास करने के निर्देश दिये।
बैठक में राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोगों की स्थिति तथा टी0बी0 मुक्त अभियान की समीक्षा की गई तथा जरूरी दिशा-निर्देश दिए। बैठक में 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों को घर-घर जाकर विशेष टीकाकरण करने को निर्देशित किया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री ए0 मनिकन्डन, मुख्य चिकित्साधिकारी श्री अरूण कुमार श्रीवास्तव, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 संजीव वर्मन, जिला समन्वयक श्री अमृतांशु राज सहित सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 प्रभारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।