लखनऊ। हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में हुई 121 श्रद्धालुओं की मौत के मामले में बाबा नारायण साकार हरि गुरुवार लखनऊ स्थिति सचिवालय में न्यायिक आयोग के सामने पेश हुआ। इस दौरान वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। बाबा नारायण सरकार ने न्यायिक आयोग के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज करवाया है। मामले में पुलिस ने 1 अक्टूबर को चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी, जिसमें बाबा नारायण साकार का नाम नहीं शामिल था। इसको लेकर कई सवाल उठे थे।
भाजपा की झंडा लगी गाड़ी सें पहुंचा न्यायिक आयोग
बता दें कि, न्यायिक आयोग में पेशी के दौरान बाबा नारायण साकार हरि भाजपा की झंडा लगी गाड़ी से वहां पहुंचा। बताया जा रहा है कि, ये गाड़ी एक विधायक की बताई जा रही है। पेशी के बाद बाबा निकल गए। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उनके वकील एपी सिंह ने कहा कि हमें योगी सरकार और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
कांग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरा
बाबा नारायण साकार हरि भाजपा की झंडा लगी गाड़ी से न्यायिक आयोग पहुंचा, जिसको लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाया है। यूपी कांग्रेस ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, नारायण साकार उर्फ़ भोले बाबा वही हैं, जिसके हाथरस वाले आश्रम में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। आज वह कथित बाबा न्यायिक जांच कमेटी के सामने पेश होने लखनऊ पहुंचा। उसे भाजपा विधायक बाबूराम पासवान अपनी गाड़ी से लेकर स्वयं पहुंचे। पहले तो बाबा को बचाने के लिए भाजपा सरकार ने पुलिस की चार्जशीट में उसका नाम तक शामिल नहीं होने दिया। अब भाजपा विधायक बाबा के बचाव में खुलकर खेलने चले आये हैं। अब जब भाजपा बाबा को बचाने के लिए इतनी लगी हुई है तो इन्हें क्लीन चिट क्यों नहीं मिलेगी? मौतों पर राजनीति करने का भी कोई मौका यह विधर्मी भाजपाई नही छोड़ते क्योंकि इनके लिए न जनता मायने रखती है, न धर्म।
ये था पूरा मामला
बीती जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ के गांव फुलरई मुगलगढ़ी में नारायण साकार हरि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। उनका काफिला निकालने के लिए सेवादरों ने भीड़ को रोक दिया था, इस दौरान उनकी चरण रज लेने की होड़ में लोग गिरते गए। इस मामले में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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