आगरा: शहर में हादसों पर शिकंजा कसने के लिए यातायात पुलिस अब 40 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक गति से वाहन दौड़ाने वाले चालकों पर कार्रवाई की तैयारी में है। इसके लिए चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाएगी।
एमजी रोड समेत शहर की सड़कों को खाली देख कर अपने वाहन की रफ्तार बढ़ाना अब जेब पर भारी पड़ सकता है। चौराहों पर लगे सीसीटीवी से तेज रफ्तार वाहन का चालान किया जायेगा।
शहर की प्रमुख सड़कों पर वाहनों की गति सीमा 40 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। इसके बावजूद चालक सड़क को सुनसान देख तेज रफ्तार से वाहनों को दौड़ाना शुरू कर देते हैं। विशेषकर रात के समय यातायात का दबाव कम होने पर एमजी रोड, माल रोड, फतेहाबाद रोड, शमसाबाद मार्ग, सदर में ग्वालियर हाईवे, बिचपुरी समेत अन्य मार्गों पर चालक तेज रफ्तार से वाहनों को दौड़ाते हैं। रात में नो एंट्री खुलने पर भारी वाहनों के चालक भी तेज अंधाधुंध रफ्तार से चलते हैं। यही कारण है कि अधिकांश हादसे रात में होते हैं। रफ्तार के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है।
स्मार्ट सिटी योजना में लगे अपग्रेड हो चुके कैमरे एक चौराहे से दूसरे चौराहे के बीच की तय की गई दूरी के समय को तय कर वाहन की गति निकालेंगे। इसके आधार पर यातायात पुलिस वाहन चालकों का चालान करेगी।
गौरतलब है कि शहर में 63 चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगी है। जबकि 43 चौराहों पर स्मार्ट सिटी योजना के तहत वाहनों का चालान करने वाले सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम को अपग्रेड किया गया है। इससे अब तेज रफ्तार वाहनों का भी चालान किया जा सकेगा।