बांके बिहारी कॉरिडोर विवाद: सेवायतों को मनाने वृंदावन पहुंचे सीएम योगी के सलाहकार अवनीश अवस्थी, गोस्वामी समाज से की वार्ता

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वृंदावन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुख्य सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी शुक्रवार को बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर और मंदिर ट्रस्ट गठन के मुद्दे पर सेवायत गोस्वामी समाज को समझाने-मनाने के लिए वृंदावन पहुंचे। दौरे की शुरुआत में उन्होंने श्री बांके बिहारी मंदिर की देहरी पर इत्र सेवा कर आशीर्वाद लिया, फिर मंदिर के सेवायतों से प्रत्यक्ष संवाद किया।

इस गहन बैठक में मंदिर के वरिष्ठ सेवायत शैलेंद्र गोस्वामी की गद्दी पर रजत गोस्वामी सहित अन्य सेवायतों से विस्तार से बातचीत की गई। अवनीश अवस्थी ने इस संवाद के दौरान सभी पक्षों की बातों को गंभीरता से सुना और नोट किया।

बैठक के दौरान गोस्वामी समाज के अधिकांश सदस्यों ने कॉरिडोर निर्माण और ट्रस्ट गठन का कड़ा विरोध जताया। उनका कहना था कि सरकार की मंशा मंदिर पर कब्जा जमाने की लगती है, जिसे किसी भी सूरत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। सेवायतों ने स्पष्ट कहा कि मंदिर की परंपरागत सेवा-पूजा पद्धति, धार्मिक व्यवस्थाएं और मकान-दुकानों पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए।

सीएम योगी के प्रमुख सलाहकार ने गोस्वामियों को आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी सेवायत, श्रद्धालु या स्थानीय नागरिक का अहित नहीं होने दिया जाएगा। जितनी सेवा-पूजा अभी चल रही है, वही जारी रहेगी। मकानों का मुआवजा भी पूरा मिलेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि सेवायतों से मिले सुझावों व आपत्तियों को वे मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और ट्रस्ट की नियमावली पर भी सीधा संवाद होगा। अवनीश अवस्थी ने यह भरोसा दिलाया कि कोई फैसला थोपे जाने की बजाय सर्वसम्मति से आगे बढ़ने की कोशिश की जाएगी।

मुख्य बैठक पर्यटक सुविधा केंद्र, वृंदावन में आयोजित की गई, जिसमें अवनीश अवस्थी के अलावा मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह, डीआईजी शैलेश पांडेय, डीएम चंद्र प्रकाश सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, एमवीडीए उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह, नगर आयुक्त जग प्रवेश, व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

यहां गोस्वामी समाज, प्रबुद्धजन, व्यापारी, स्थानीय निवासी और दुकानदारों से कॉरिडोर को लेकर सवाल-जवाब किए गए। स्थानीय लोगों ने कई आशंकाएं जताईं, जिन्हें अधिकारियों ने संज्ञान में लिया।

योगी सरकार द्वारा प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर योजना का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं देना और मंदिर के आसपास आवागमन व सुरक्षा की व्यवस्था को सुदृढ़ करना बताया गया है। लेकिन सेवायत समाज का डर यह है कि इसके ज़रिए मंदिर की स्वायत्तता छीनी जा सकती है।

सरकार द्वारा प्रस्तावित मंदिर ट्रस्ट की संरचना और शक्तियों को लेकर भी गहरा असमंजस है, जिस पर ही सहमति बनाने की यह कवायद चल रही है।

बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के सलाहकार अवनीश अवस्थी, कमिश्नर आगरा शैलेंद्र कुमार सिंह, डीआईजी शैलेश कुमार पांडे, डीएम चंद्र प्रकाश सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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