नई दिल्ली। हाथरस जिले में मंगलवार को साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा उर्फ सूरजपाल सिंह के सत्संग के दौरान भगदड़ में सौ से अधिक लोगों के मारे जाने की घटना ने भीड़ भरे आयोजन करने वाले संतों की चिंता बढ़ा दी है। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी सतर्क हो गए हैं। उन्होंने भक्तों को एक वीडियो जारी करके गुरुवार को धाम न आने की अपील की है। गुरुवार चार जुलाई को उनका जन्म दिन है।
प्रयागराज संगमनगरी के साधु-संतों की चिंता है कि वहां छह महीने बाद आस्था का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ लगना है। निर्मल पंचायती अखाड़े के सचिव महंत देवेंद्र शास्त्री ने कहा कि किसी भी धार्मिक आयोजन में बहुत सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए। महाकुम्भ तो बहुत बड़ा आयोजन है। हम प्रयागराज के इस आयोजन को पूर्ण सुरक्षित कराना चाहते हैं। बड़ा उदासीन अखाड़े के सचिव महंत व्यास मुनि ने कहा कि फर्जी बाबा कहीं भी खड़े हो जाते हैं। जनता तो भोली भाली है। ऐसे में ऐसे फर्जी लोगों पर पैनी नजर होनी चाहिए।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि यहां भी महाकुम्भ के दौरान सुरक्षा पर सभी साधु संतों को ध्यान देना होगा। महानिर्वाणी अखाड़े सचिव श्रीमहंत यमुनापुरी का कहना है कि हाथरस के हादसे से प्रशासन को सीख लेनी चाहिए।
छतरपुर बागेश्वर धाम में महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के जन्म दिन चार जुलाई को बड़ा आयोजन होता था, हाथरस हादसे के बाद इस आयोजन में आयोजन में आने वाली भीड़ को रोका जा रहा है। बाबा बागेश्वर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो जारी कर कहा, ‘चार जुलाई को मेरे जीवन की आयु का एक साल कम हो जाएगा। बहुत व्यापक तरीके से अद्भुत उत्सव की तैयारियां चल रही हैं, एक तारीख से ही जन समुदाय का मेला बहुत ज्यादा लग गया और भीड़ बहुत ज्यादा पहुंच गई।’ धीरेंद्र शास्त्री ने अपील की कि सभी भक्त अपने मोबाइल फोन पर और अपने घर पर बैठकर ही बालाजी के दर्शन करें और जन्मोत्सव मनाएं। बाकी गुरु पूर्णिमा के लिए भव्य आयोजन किया जाएगा।