दिल्ली के शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती जा रहीं हैं. इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा बयान दिया है. अन्ना हजारे ने कहा कि मुझे दुख होता है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी. अब मैं उन्हें कोई सलाह नही दूंगा. उन्होंने मेरी बात नहीं मानी. मुझे केजरीवाल के हालात पर दुख नहीं होता.
अन्ना हजारे ने कहा कि केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद नई शराब नीति को लेकर मैंने उन्हें दो बार चिट्ठी लिखी थी. मुझे दुख होता है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और अब वो इसमें गिरफ्तार हो गए.
हजारे ने कहा कि जब केजरीवाल और मनीष सिसोदिया नए-नए हमारे साथ आए थे, तब मैंने कहा था कि हमेशा देश की भलाई के लिए काम करना. लेकिन उन्होंने इस बात को ध्यान में नहीं रखा. उन्होंने कहा कि मैं अब उन्हें कोई सलाह नहीं दूंगा. कानून और सरकार को जो करना होगा वो करे.
अन्ना हजारे ने कहा कि मैंने कई बार केजरीवाल को शराब नीति बंद करने के लिए पत्र लिखा था, मेरा शराब नीति पर पत्र लिखने का मकसद अन्याय को खत्म करना था. शराब की वजह से लोगों की हत्याओं के मामले बढ़ते हैं,
महिलाओं पर अत्याचार होता है. इसकी वजह से मैंने शराब नीति को बंद करने की बात की थी, लेकिन अरविंद के दिमाग में मेरी बात नहीं आई और उन्होंने शराब नीति शुरू कर दी. आखिरकार उसी शराब नीति की वजह से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
दिल्ली की नई शराब नीति नवंबर 2021 में लागू हो गई थी. लेकिन शुरू से ही ये नीति विवादों में रही. बाद में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें शराब नीति में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया. बाद में सीबीआई ने केस दर्ज किया. मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने भी केस दर्ज कर लिया.
-एजेंसी