नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लगातार चुनावी प्रचार कर रहे हैं. कई राज्यों में प्रचार के बाद आज वो अपने निर्वाचन क्षेत्र गांधीनगर हैं, जहां उन्होंने धुआंधार रोड शो किए हैं.
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला के क्षत्रिय समाज को लेकर दिए गए बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस संबंध में परषोत्तम रूपाला ने दिल से माफी मांगी है. अब कहीं और नाराजगी नहीं है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री रूपाला ने वाल्मिकी समाज के एक कार्यक्रम में बयान दिया था, ‘अंग्रेजों ने हम पर राज किया. राजा भी उनके आगे झुक गए. उन्होंने (राजाओं ने) उनके (अंग्रेजों) साथ रोटियां तोड़ीं और अपनी बेटियों की शादी उनसे की. दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुआ, लेकिन वे झुके नहीं.’
उनके इस बयान के बाद क्षत्रिय समाज में गुस्सा देखा गया था और बड़ी संख्या में महिलाएं सामने आईं. महिलाओं का कहना था कि केंद्रीय मंत्री ने उनकी सत्यनिष्ठा पर करारा हमला किया है. मामला बढ़ता देख परषोत्तम रूपाला ने माफी मांगी. उन्होंने कहा, ‘मैंने जो कहा उसका वह मतलब नहीं था. मुझे बेहद अफसोस है.’
पूरे देश में 400 पार का मूड- अमित शाह
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र गांधीनगर में एक रोड शो किया है, जिसमें हुजूम उमड़ा. टीवी9 से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि जीत का फैसला जनता तय करती है, लेकिन उत्साह देखकर कह सकता हूं की गत चुनाव से बेहतर प्रदर्शन करने वाले हैं. पूरे देश में 400 पार का मूड है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लगातार चुनावी प्रचार कर रहे हैं. कई राज्यों में प्रचार के बाद आज वो अपने निर्वाचन क्षेत्र गांधीनगर हैं, जहां उन्होंने धुआंधार रोड शो किए हैं. वो सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक लगातार अपने लोकसभा क्षेत्र के सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो करेंगे.
अमित शाह कल करेंगे नामांकन दाखिल
19 अप्रैल को अमित शाह दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर अविजित मुहूर्त में गांधी नगर कलेक्ट्रेट में नामांकन दाखिल करेंगे. गांधीनगर में लगभग 21 लाख मतदाता हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने 2019 में 5 लाख 57 हजार वोटों से विजयी हुए थे. इस बार 10 लाख वोटों से जीत का लक्ष्य रखा है.
गांधीनगर से बड़े मार्जिन से अमित शाह को जीताने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है. अब देखना होगा कि अमित शाह के धुआंधार रोड और चुनावी रैली का गांधीनगर की जनता पर कितना असर पड़ता है. इस बार जीत का मार्जिन 2019 के मुकाबले कितना ज्यादा होगा?
– एजेंसी