Agra News: “द सिंगर्स क्लब बाय विक्रम शुक्ला “ने किया हरियाली तीज पर संगीतमय संध्या का आयोजन

Press Release

आगरा । “हम” संस्था के सांस्कृतिक प्रकल्प “द सिंगर्स क्लब बाई विक्रमशुक्ला” ने हरियाली तीज के पावन अवसर पर सदर बाज़ार स्थित टीएससी एकेडमी पर एक शानदार संगीतमय संध्या का आयोजन किया। जहाँ शहर के जाने-माने संगीत प्रेमियों और टीएससी के गायकों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि 15 वीं वाहिनी पी एसी कमांडेंट नरेंद्र कुमार सिंह (आई पी एस ) द्वारा गायत्री मंत्र के पाठ से हुई, जिसके बाद क्लब के संस्थापक विक्रम शुक्ला और मुख्य अतिथि ने हरियाली तीज के मौके सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ स्वागत किया।

इस संगीतमय संध्या का प्रारंभ क्षमा वर्मा के लोकगीत से हुआ । लता दौलतानी और विवेक कुमार जैन ने “सावन का महीना पवन करे सोर “मनीषा अग्रवाल ने “अबके साजन सावन में “,कविशा मथरानी ने “पल भर में ये क्या हो गया “रश्मि महाजन ने “नैनों में बदरा छाये”,उषा सिंह ने “हाय हाय ये मजबूरी”लवीना जैन ने “अबके सजन सावन में”,सुनील मथरानी ने “रिमझिम गिरे सावन “,विवेक कुमार जैन ने “क्या हुआ तेरा वादा”,डॉक्टर आशीष बिसारिया ने “भीगी भीगी रातों में “और “नज़रों से नज़रें मिली” नरेंद्र कुमार सिंह ने “झिलमिल सितारों का आँगन होगा” और “खुदा भी आसमाँ से जब जमीं पर देखता होगा”सुजाता सत्संगी ने “रिम झिम गिरे सावन “डॉक्टर के सी धाकड़ ने “बारिश का बहाना है जरा देर लगेगी “और “मोहब्बत बरसा देना तुम सावन आया है “गीतों की प्रस्तुतियां दी।

विक्रम शुक्ला ने अपनी मधुर आवाज़ में “ज़िन्दगी भर नहीं भूलेगी ये बरसात की रात “गीत गाकर समां बांध दिया। सबने तीज से जुड़े पारंपरिक गीत और बॉलीवुड के पुराने और नए गानों को बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत किया, जिससे पूरा माहौल उत्सवमय हो गया।कार्यक्रम के मध्यान्ह में दाल बाटी और रस मलाई का दौर चला ।

कार्यक्रम के अंत में टीएससी तीज क्वीन के रूप में कविशा मथरानी को मुख्य अतिथि नरेंद्र कुमार सिंह और क्लब संस्थापक विक्रम शुक्ला द्वारा सम्मानित किया गया ।

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य तीज के पर्व की खुशियों को संगीत के माध्यम से मनाना और स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करना था। कार्यक्रम के अंत में विक्रम शुक्ला ने सभी कलाकारों और श्रोताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि “द सिंगर्स क्लब” भविष्य में भी ऐसे आयोजन करता रहेगा ताकि संगीत और संस्कृति का मेल बना रहे।

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