Agra News: मन की भाषा को समझे बिना समाज नहीं बदलता…इसी विचार के साथ मेंटल हेल्थ कार्निवल का समापन

Press Release

आगरा। “मन की भाषा को समझे बिना समाज नहीं बदलता…” इसी मूल विचार को साकार करने के लिए फीलिंग माइंड्स संस्था ने आगरा में सात दिन तक चलने वाले मेंटल हेल्थ कार्निवल के जरिए मन और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक नई जागरूकता की लहर छेड़ दी। सामाजिक रिश्तों की टूटन, तनाव और अवसाद से जूझती आज की पीढ़ी को भावनात्मक सहारा देने वाली इस मुहिम का समापन हुआ एक भव्य सम्मान समारोह और संस्था के नए कार्यालय लोकार्पण के साथ।

यह आयोजन शिल्पग्राम रोड स्थित ताज होटल एंड कन्वेंशन सेंटर में सम्पन्न हुआ, जहां मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने शिरकत की और संस्था की सराहना की।

केंद्रीय मंत्री प्रो. बघेल ने कहा कि मन की खुशी परिवार और समाज दोनों को खुशहाल बनाती है। उन्होंने ने कहा, मेंटल हेल्थ की अनदेखी आज सामाजिक विघटन का कारण बनती जा रही है। लोग साथ बैठकर भी दूर हो गए हैं। बातचीत की जगह अब मोबाइल की नीली रोशनी है। ऐसे में फीलिंग माइंड्स जैसी संस्था समाज को मानसिक संतुलन की ओर ले जाने का नेक कार्य कर रही है। उन्होंने डॉ. चीनू अग्रवाल और डॉ. रविंद्र अग्रवाल को इस पहल के लिए शुभकामनाएं दीं।

फीलिंग माइंड्स’ क्या है?

संस्था की संस्थापक और अंतरराष्ट्रीय मनोवैज्ञानिक डॉ. चीनू अग्रवाल ने बताया कि संस्था का उद्देश्य है, मन की हर फीलिंग को पहचानना और उसे सम्मान देना। संस्था का प्रयास है कि लोग मानसिक स्वास्थ्य को भी शारीरिक स्वास्थ्य की तरह महत्व दें और अवसाद या मानसिक परेशानियों पर खुलकर बात करें। उन्होंने बताया कि संस्था का यह अभियान स्कूलों, कॉलेजों, कॉर्पोरेट संस्थानों तक भी जाएगा।

कार्यालय का लोकार्पण और पुस्तक विमोचन

इसी मौके पर फीलिंग माइंड्स के विमल विहार, सिकंदरा-बोदला रोड स्थित कार्यालय का विधिवत शुभारंभ भी प्रो. एसपी सिंह बघेल द्वारा किया गया। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य विषय पर दो पुस्तकों- ‘From Suffering to Self-Realisation’ (लेखक: डॉ. चीनू अग्रवाल और श्यामला) और ‘Untangling the Mind’ (लेखक: डॉ. चीनू अग्रवाल, तनु चौकसी और डॉ. राकेश जैन) का विमोचन भी हुआ।

सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रम

कार्यक्रम में कार्निवल में भाग लेने वाले व सहयोग करने वालों को सम्मानित किया गया। रिलेशनशिप कोर्स में भागीदारी के लिए हर्षिता, ज्योत्सना, निधि, सबीना, डॉ. चंद्रिका, तनु, आकृति को प्रमाण पत्र दिए गए। नितिन और शैलेश द्वारा प्रस्तुत गीतों ने संगीत की मनोवैज्ञानिक उपयोगिता को रेखांकित किया।

क्लब्स और गतिविधियां

संस्था द्वारा संचालित माइंड क्लब, स्टोरी क्लब, गीता क्लब, रीडिंग क्लब की जानकारी सह-संस्थापक डॉ. रविंद्र अग्रवाल ने दी। कार्यक्रम का संचालन नेहा ने किया।

इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट जनों में डॉ. पार्थ बघेल, डॉ. राकेश भाटिया, महेंद्र काबरा, पूजा बंसल, डॉ. सत्य सारस्वत, नम्रता मिश्रा, डॉ. अलका कालरा, डॉ. तृप्ति, तनु चौकसी, आशीष अग्रवाल, हबीब, कुदरती, साजन मोदी, आलोक कुलश्रेष्ठ, नेहा पाटिल आदि शामिल थे।

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