11 हजार किलो से अधिक विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का लगेगा छप्पन भोग।
वैष्णव पद्धति से दिव्य अनुष्ठान,असली हीरों व स्वर्ण-रजत आभूषणों और पोशाक से होगा अलौकिक श्रृंगार
21और 22 को श्री गुरु का काषिण आश्रम,बड़ी परिक्रमा मार्ग, आन्योर, गोवर्धन में होगा भव्य आयोजन
आगरा। ब्रजभूमि की पावन द्वापर युग की परंपरा को जीवंत करते हुए श्री गिरिराज जी सेवक मण्डल परिवार, आगरा द्वारा श्री गुरु काष्र्णि आश्रम, बड़ी परिक्रमा मार्ग, आन्योर, गोवर्धनमें आगामी 21 व 22 दिसंबर को आयोजित होने जा रहे श्री गिरिराज जी महाराज के दो दिवसीय भव्य छप्पन भोग मनोरथ की तैयारियां पूर्ण भक्ति भाव से चरम पर पहुँच चुकी हैं। प्रभु श्रीकृष्ण के श्रीगिरिराज स्वरूप को समर्पित इस दिव्य आयोजन की पावन भूमिका के रूप में कमला नगर स्थित मंगलम बैंक्विट में आमंत्रण पत्रिका का भक्तिमय वातावरण में विधिवत विमोचन किया गया।
श्री गिरिराजज जी की छवि के सम्मुख चरण सेवक अजय गोयल, मनोज कुमार गर्ग, श्याम सुंदर माहेश्वरी, पवन अग्रवाल, मनीष गोयल, नीरज अग्रवाल,ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समस्त वातावरण “जय गिरिराज महाराज”, “गोवर्धन नाथ की जय” और “राधे-राधे” के मधुर उद्घोष से गूंज उठा।
अजय गोयल एवं मनोज कुमार गर्ग ने भावविभोर होकर बताया कि इस वर्ष का छप्पन भोग महोत्सव श्रद्धा, सेवा और समर्पण का अनुपम संगम होगा। वैष्णव परंपरा के अनुरूप पूर्ण शुद्धता के साथ देसी घी में तैयार किए गए 11,000 किलो विविध व्यंजन प्रभु को अर्पित किए जाएंगे, जिन्हें 1100 छाबरियों में सुसज्जित कर भोग स्वरूप सजाया जाएगा।
लगभग 40 फीट ऊंचे और 50 फीट चौड़े भव्य महल के पावन गर्भगृह में गरुड़ ध्वज रथ पर अलौकिक फूल बंगला में श्री गिरिराज महाराज साक्षात विराजमान होंगे। इस दिव्य महल का निर्माण बंगाल से पधारे जनक महल महल का निर्माण करने वाले सुप्रसिद्ध शिल्पकार जुगई राय द्वारा किया जा रहा है, जो अपने अद्वितीय शिल्प के लिए प्रसिद्ध हैं।
चरण सेवकों द्वारा विशेष रूप से निर्मित असली हीरों के हार, स्वर्ण एवं रजत आभूषणों तथा अलौकिक रजत पोशाक से ठाकुर जी का मनोहारी श्रृंगार किया जाएगा। सुगंधित इत्र से जब प्रभु का श्रृंगार होगा, तब सम्पूर्ण वातावरण दिव्य सुगंध और भक्ति रस से सराबोर हो उठेगा।
21 दिसंबर का दिन पूर्णतः भक्तिमय अनुष्ठानों को समर्पित रहेगा। प्रातः 9 बजे रजत सुरभि गाय के साथ परिक्रमा मार्ग स्थित पावन कुंडों के जल एवं दुग्ध से गोविंदाअभिषेक सम्पन्न होगा, जिसमें “गोपाल सहस्त्रनाम” का निरंतर मंत्रोच्चार होगा। प्रातः 11 बजे राधा-कृष्ण के दिव्य डोले के साथ दुग्ध धारा, पुष्पवर्षा और संकीर्तन मंडली के साथ सप्तकोसीय परिक्रमा की जाएगी। दिल्ली से आए कलाकारों द्वारासायं 5:30 बजे भव्य भजन संध्या और रात्रि 11 बजे मानव श्रृंखला बनाकर छप्पन भोग को चरण सेवकों द्वारा आयोजन स्थल तक पहुंचाने की अनुपम परंपरा निभाई जाएगी।
श्याम सुंदर माहेश्वरी और पवन अग्रवाल ने जानकारी दी कि 22 दिसंबर को प्रातः 11 बजे से 551 साधुओं की सेवा, दोपहर 1 बजे से दर्शन का शुभारंभ होगा। इसके पश्चात विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं को प्रभु प्रसाद वितरित किया जाएगा। सायं 5 सुप्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भक्तिरस में डूबी भजन संध्या तथा रात्रि 9 बजे श्यान आरती के बाद अमृततुल्य दुग्ध प्रसाद का वितरण किया जाएगा।
मनीष गोयल एवं नीरज अग्रवाल ने बताया कि 13 दिसंबर को रावत पाड़ा से राम बारात मार्ग तक श्री गिरिराज जी के डोले के साथ भव्य आमंत्रण यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से लगभग 25,000 माखन मिश्री की टिक्की का प्रसाद वितरित कर नगरवासियों को भावपूर्वक आमंत्रित किया जाएगा। इस शोभायात्रा में कई बैंड और पांच भव्य झांकियां भक्तिमय वातावरण को और अधिक आलोकित करेंगी।
नितिन अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल एवं आरएस गुप्ता ने जानकारी दी कि 18 दिसंबर को श्री गिरिराज जी महाराज के नाम की मेहंदी एवं भजन संध्या आगरा में आयोजित की जाएगी। मनीष अग्रवाल और मनीष बंसल ने बताया कि 19 दिसंबर को गोवर्धन में छप्पन भोग की तैयारियों हेतु भट्टी पूजन सम्पन्न होगा। सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि यह दिव्य आयोजन श्री गिरिराज जी सेवक मण्डल परिवार, आगरा द्वारा सेवा, समर्पण, श्रद्धा और ब्रज संस्कृति की अमर परंपरा का जीवंत स्वरूप प्रस्तुत करता है, जिसमें सहभागी होकर प्रत्येक भक्त अपने जीवन को कृतार्थ कर सकता है।
आमंत्रण पत्र विमोचन के अवसर पर अभिषेक सिंघल, गौरव बंसल, योगेश बंसल, विष्णु गोयल, सुबोध यादव, करण अग्रवाल, रजनीश अग्रवाल, बृजमोहन रैपुरिया, संजीव रस्तोगी, शेखर अग्रवाल, निखिल अग्रवाल, राकेश अग्रवाल (मोनू भाई), प्रवीन गोयल, मुकुल बंसल, अंकुश मित्तल, अनूप गोयल, अनूप मंगल, सुशील गुप्ता, सीमा गोयल, स्वीटी गर्ग, उर्मिला माहेश्वरी, कविता अग्रवाल, आरती बंसल, रिंकल अग्रवाल, निधि अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
चांदी के छत्र से लेकर हीरे के आभूषणों से श्रृंगारित होंगे ठाकुर जी :
श्री गिरिराज जी के छप्पन भोग मनोरथ में ठाकुर जी का श्रृंगार हीरे के हार, 3:30 फुट के चांदी के छत्र जोकि 11 किलो वजनी है से होगा। सूर्य रथ पर ठाकुर जी विराजमान होंगे। चांदी का कलश लेकर महिलाएं कलश यात्रा में चलेंगी। ठाकुर जी को 11 किलो के चांदी के थाल में छप्पन भोग परोसे जाएंगे। इसके अलावा अमृत्तुल्य दूध भी चांदी के बर्तन में अर्पित किया जाएगा। चांदी की ही छड़ी ठाकुर जी धारण करेंगे। चांदी के ही पात्र से गोवर्धन महाराज की परिक्रमा दुग्ध की धार के साथ दी जाएगी।
