आगरा : एक तरफ ताज नगरी में जहां लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है, तो वहीं अपराधियों में भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। आगरा पुलिस कमिश्नरी की सक्रियता के चलते एक अंतर राज्य गैंग को पकड़ा है जो अवैध असलहा बनाने का काम करता था। पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाले तीन बदमाशों को धर दबोचा है। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से कई अवैध तमंचे, कारतूस एवं तमंचा बनाने के औजार बरामद किए हैं।
अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी ने प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया को अवैध तमंचा फैक्ट्री का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त नगर और एसीपी लोहामंडी के नेतृत्व में थाना शाहगंज ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ने का काम किया है जो अवैध असलहा बनाने का काम किया करते थे। अपर आयुक्त केशव चौधरी ने बताया कि यह बदमाश ऐसी जगह की तलाश में रहते थे, जहां पर सन्नाटा एवं खंडहर हो, जिससे यह अपने अनैतिक कार्यों को अंजाम दे सकें। उन्होंने बताया कि यह गिरोह थाना शाहगंज के पथोली क्षेत्र में अवैध शस्त्र बनाने की भट्टी में तमंचे बनाने का काम करता था। यह लोग इतने शातिर हैं कि डिमांड पर मात्र 2 घंटे में ही तमंचा तैयार कर पार्टी को सप्लाई कर देते हैं।
अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी ने खुलासा करते हुए कहा कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में अवैध तमंचों की सप्लाई किया करता था। यह बदमाश इन अवैध तमंचों के निर्माण एवं विक्रय से अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी ने बताया कि छापे में पुलिस ने महेंद्र सिंह, आजाद सिंह और प्रेम सिंह को अरेस्ट किया गया है, ये सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। इनके पास से तमंचे जब्त किए गए हैं।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर केशव चौधरी ने बताया कि पुलिस द्वारा डाली गई रेड में अवैध तमंचा फैक्ट्री से तमंचा बनाने वाले 31 औजार, 10 बने हुए अवैध तमंचे, चार जिंदा कारतूस, एक ड्रिल मशीन बरामद की हैं। उन्होंने बताया कि यह लोग पहले सुनसान जगह की रैकी करते हैं। यह उस क्षेत्र को परखने के बाद सुनसान जंगलों एवं जगह पर जहां कोई भी आता -जाता न हो, चिन्हित करने के बाद वहां पर अवैध शस्त्र बनाने की भट्टी का संचालन शुरू कर देते हैं। अवैध तमंचे बनाने के बाद यह लोग उन्हें डिमांड के अनुसार बेचने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि इस बड़े गैंग का खुलासा करने वाली टीम को 15 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया है।
-एजेंसी